Devbrat Bajpai
देवब्रत वाजपेयी क्रिकेटकंट्री हिंदी के साथ senior correspondent के पद पर कार्यरत हैं
Written by Devbrat Bajpai
Last Published on - April 29, 2017 10:05 AM IST
पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम, मोहाली में खेले गए आईपीएल के 33वें मैच में सनराइजर्स हैदराबाद ने किंग्स इलेवन पंजाब को 26 रनों से हरा दिया। इस जीत के साथ प्वाइंट टेबल पर हैदराबाद ने अपनी स्थिति और भी मजबूत कर ली है और 11 अंकों के साथ तीसरे पायदान पर काबिज है। वहीं किंग्स इलेवन पंजाब आठ मैचों में छह जीत के साथ छठवें नंबर पर खिसक गई है। इस मैच में किंग्स इलेवन पंजाब ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए हैदराबाद टीम ने डेविड वॉर्नर(51), शिखर धवन(77) और केन विलियमसन(54) की बेहतरीन पारियों की बदौलत 20 ओवरों में 207/3 का स्कोर खड़ा किया। जवाब में किंग्स इलेवन 20 ओवरों में 9 विकेट पर 181 का स्कोर ही बना पाई और मैच 26 रनों से हार गई। लेकिन इस बीच मैच की खास बातें क्या रहीं? आइए जानते हैं।
डेविड वॉर्नर और शिखर धवन की शतकीय साझेदारी: टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी हैदराबाद टीम को उनके दोनों ओपनरों शिखर धवन और डेविड वॉर्नर ने तेजतर्रार शुरुआत दी। पावरप्ले में जहां दोनों ने 60 रन जोड़े। अंततः दोनों ने 60 गेंदों में 107 रन जोड़े जिससे हैदराबाद खासी मजबूत स्थिति में नजर आने लगी। 10वें ओवर की अंतिम गेंद पर डेविड वॉर्नर 51(27) को मैक्सवेल ने बोल्ड कर दिया। लेकिन दूसरे छोर से धवन नहीं रुके और लगातार प्रहार करते रहे। अंततः, वह 48 गेंदों में 77 रन बनाकर आउट हुए। लेकिन आउट होने के पहले उन्होंने टीम को बेहद मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया था। ये भी पढ़ें- आईपीएल 10, 33वां मैच, किंग्स इलेवन पंजाब बनाम सनराइजर्स हैदराबाद मैच का स्कोरकार्ड
केन विलियमसन की धमाकेदार बल्लेबाजी: अंतिम ओवरों में जहां हैदराबाद के एक निश्चित अंतराल में विकेट गिर रहे थे। वहां, केन विलियमसन ने धारदार बल्लेबाजी का मुजाहिरा पेश किया। उन्होंने थमकर खेलते हुए चौके छक्कों की बरसात करते हुए सिंगल और डबल्स भी तेजी से भागे और अंततः 27 गेंदों में 54 रन बनाकर नाबाद रहे। विलियमसन की बल्लेबाजी का ही ये कमाल था कि हैदराबाद 200 पार कर गई। जिसका मनोवैज्ञानिक लाभ उनको पंजाब के खिलाफ दूसरी पारी में मिला।
भुवनेश्वर कुमार की बेहतरीन गेंदबाजी: 208 रनों के लक्ष्य का पीछा करने जब किंग्स इलेवन पंजाब उतरी तो उनपर इस बात दबाव तो था ही इसलिए मार्टिन गप्टिल ने पहली ही गेंद से बड़े स्ट्रोक लगाने शुरू कर दिए और भुवनेश्वर कुमार के ओवर में दो चौके जड़ दिए। वह यहीं नहीं रुके और दूसरे ओवर में आशीष नेहरा की गेंदों पर दो चौके और एक छक्का जमाया। इस तरह गप्टिल खतरनाक नजर आ रहे थे। उन्हें आउट किया जाना बेहद जरूरी था। ऐसे में भुवी ने अपने अगले ओवर में गप्टिल को नकल गेंद डाली जिसे गप्टिल भांप नहीं पाए और जल्दी बल्ला चला बैठे और अंततः हेनरिक्स को कैच दे बैठे। इसके बाद को नेहरा ने समां बांध दिया और अगले ओवर में ही वोहरा को आउट कर दिया। वहीं पहले परिवर्तन के तौर पर गेंदबाजी करने आए सिद्धार्थ कौल ने मैक्सवेल को आउट करते हु्ए किंग्स इलेवन की मटिया पलीत कर दी। बाद के ओवरों में भी भुवी ने दबाव बनाए रखा और रनों पर अंकुश लगाने में भी वह खूब कामयाब हुए। भुवी ने अपने 4 ओवरों में 27 रन देकर दो विकेट लिए।
शॉन मार्श की शानदार बल्लेबाजी: जब लगातार विकेट गिर रहे थे तो शॉन मार्श ने आते ही दीपक हुड्डा के ओवर में 17 रन बटोरते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज करवा दी। मार्श ही एकमात्र बल्लेबाजी रहे जो किंग्स इलेवन की ओर से रंग में नजर आए। लेकिन उन्हें दूसरे छोर से ज्यादा सहयोग नहीं मिला। यही कारण रहा कि उनके 50 गेंदों में 84 रन भी उनकी टीम को जीत नहीं दिलवा सके।
राशिद खान की गेंदबाजी रही टर्निंग प्वाइंट: राशिद खान ने इस मैच में भी बेहतरीन गेंदबाजी का मुजाहिरा पेश किया। जब किंग्स इलेवन को रनों की बेतरतीब जरूरत थी तब उन्होंने 10वें ओवर में महज 1 रन ही दिया। वहीं अगले ओवरों में भी बेहद किफायती गेंदबाजी की और किंग्स इलेवन की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। राशिद ने 4 ओवरों में 16 रन देकर 1 विकेट झटका। उनकी किफायती गेंदबाजी को ही देखते हुए उन्हें मैन ऑफ द मैच से नवाजा गया।
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