विश्व कप 2019 में बांग्लादेश की टीम को छुपा रुस्तम समझा जा रहा था। पहले ही मैच में हेवी-वेट टीम साउथ अफ्रीका को 21 रन से मात देकर बांग्लादेश ने अपने इरादे साफ कर दिए थे, लेकिन शानदार शुरुआत के बावजूद बांग्लादेश का सफर क्रिकेट के महाकुंभ में बेहद शर्मनाक रहा। टीम बाकी बचे अपने आठ मैचों में केवल दो ही मुकाबलों में जीत दर्ज कर पाई।
एक तरफ शाकिब अल हसन का बल्ला एक के बाद एक मैच में लगातार बोलता रहा। वहीं, बावजूद इसके पूरी टीम के फ्लॉप शो के कारण बांग्लादेश का हार का सिलसिला भी जारी रहा। आलम ये रहा कि टूर्नामेंट खत्म होने के बाद कप्तान मशरफे मुर्तज को शाकिब से माफी मांगनी पड़ी। मुर्तजा ने अपने बयान में कहा, ”शाकिब के शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम से उन्हें समर्थन नहीं मिलने के लिए मैं उनसे माफी मांगता हूं।”
विश्व कप में बांग्लादेश का प्रदर्शन
मैच: 9
जीते: 3
हारे: 5
प्वाइंट्स: 7 स्थान: 8
…सकारात्मक पहलू
विश्व कप में बांग्लादश की टीम फ्लॉप जरूर रही, लेकिन शाकिब ने बल्ले से 606 रन ठोककर सबको प्रभावित किया। उन्होंने आठ मैचों में 86.57 की औसत से रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से दो शतक और चार अर्धशतक निकले। वो सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में रोहित शर्मा (648) और डेविड वार्नर (647) के बाद तीसरे खिलाड़ी बने। शाकिब गेंदबाजी के दौरान भी 11 विकेट निकालने में सफल रहे, जिसमें एक पांच विकेट हॉल भी शामिल है। इसी तरह मुस्ताफिजुर रहमान ने भी गेंद से शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने आठ मैचों में 20 विकेट निकाले और सर्वाधिक विकेट निकालने वालों की सूची में चौथे स्थान पर रहे। मुशफिकुर रहीम का बल्ले से योगदान भी सराहनीय रहा। उन्होंने आठ मैचों में 52.42 की औसत से 367 रन बनाए।
…नकारात्मक पहलू
विश्व कप में अगर बांग्लादेश की टीम अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाई तो उसके लिए टीम की गेंदबाजी और फील्डिंग काफी हद तक जिम्मेदार है। पहले 10 से 20 ओवरों के दौरान बांग्लादेशी गेंदबाज विकेट निकालकर विरोधी टीम पर दबाव डालने में विफल नजर आए। पूरे टूर्नामेंट के दौरान बांग्लादेशी टीम ने कुल आठ कैच छोड़े। मुस्ताफिजुर रहमान को फॉर्म में लौटने में भी काफी समय लगा। गेंदबाजी के दौरान एक्स-फैक्टर की कमी बांग्लादेश की टीम में साफ नजर आई। बल्लेबाजी में सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल, सौम्य सरकार, महमूदुल्लाह जैसे खिलाड़ियों की फॉर्म में निरंतरता की कमी टीम को ले डूबी।
मशरफे मुर्तजा की कप्तानी
विश्व कप से ठीक पहले बांग्लादेश की टीम ने आयरलैंड में विंडीज और मेजबान टीम के साथ बीच खेली गई ट्राई सीरीज अपने नाम की थी। पिछले एक साल में बांग्लादेश के प्रदर्शन की बात की जाए तो वो अच्छा ही रहा है। मुर्तजा कप्तान होने के साथ-साथ बांग्लादेश के सबसे सीनियर खिलाड़ी भी हैं। बड़े मंच पर मुर्तजा टीम के बल्लेबाजों और गेंदबाजों का सही इस्तेमाल कर पाने में विफल रहे। बल्लेबाजी में शाकिब के अलावा कोई छाप नहीं छोड़ पाया तो गेंदबाजी में मुस्ताफिजुर ही कमाल दिखा पाए। एक टीम के तौर पर बांग्लादेश प्रदर्शन करने में विफल रहा। दक्षिण अफ्रीका के अलावा टीम केवल विंडीज और अफगानिस्तान जैसी फिसड्डी टीमों पर ही जीत दर्ज कर पाई।
विश्व कप से जुड़े आकड़े
सर्वाधिक रन: शाकिब अल हसन ने आठ मैचों में 86.57 की औसत से 606 रन बनाए। मुशफिकुर रहीम ने आठ मैचों में 52.42 की औसत से 367 रन का योगदान दिया।
सर्वाधिक विकेट: मुस्ताफिजुर रहमान ने आठ मैचों में 20 विकेट निकलो और सर्वाधिक विकेट निकालने वालों की सूची में मिशेल स्टार्क (27), लोकी फर्ग्यूसन (21), जोफ्रा आर्चर (20) के बाद चौथे स्थान पर रहे।