अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के दो महीने के अंदर ही वापसी का ऐलान करने वाले भारतीय क्रिकेटर अंबाती रायुडू ने माना कि रिटायरमेंट का फैसला लेने में उन्होंने जल्दबाजी की।
हैदराबाद में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान क्रिकबज से बातचीत में रायुडू ने रिटायरमेंट पर खुलकर बातचीत की। इस मध्य क्रम बल्लेबाज ने बताया कि पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण और हैदाराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के मुख्य चयकर्ता नोएल डेविड के समझाने के बाद उन्होंने वापसी का फैसला किया।
रायुडू ने कहा, “अच्छे लोगों ने मुझसे बात की और कहा कि शायद ये सही समय नहीं है। सीएसके मैनेजमेंट, लक्ष्मण भाई, नोएल भाई लगातार मुझसे बात कर रहे थे और आखिर में मुझे एहसास हुआ कि उनकी बातें सही हैं। मुझे लगा कि जो हासिल करने के लिए मैंने 20 साल मेहनत की, उसे मैं ऐसे ही क्यों छोड़ दूं।”
संन्यास पर अंबाती रायुडू का यू-टर्न; हैदराबाद के लिए खेलने को तैयार
उन्होंने आगे कहा. “मैं इसके बारे में फिर से सोचा और मुझे लगा कि मैं जब मैं खेल सकता हूं, ऐसे में अगर मैं इसे छोड़ रहा हूं तो ये स्वार्थ है। मैं अब भी फिट हूं और खेल सकता हूं, इसलिए मुझे लगता है कि ये फैसला थोड़ी जल्दबाजी में हो गया।”
हालांकि रायुडू ने माना कि विश्व कप में मौका ना मिलना बेहद निराशानजक था क्योंकि खुद कप्तान विराट कोहली ने उन्हें नंबर चार का स्थाई बल्लेबाज बताया था और फिर उन्हें विश्व कप स्क्वाड के लिए पूरी तरह से अनदेखा कर दिया गया।
हैदराबाद के इस सीनियर क्रिकेटर ने कहा, “मैं बेहद निराश था लेकिन मुझे यकीन है कि उनके (टीम मैनेजमेंट, चयनकर्ता) दिमाग में कोई कॉम्बिनेशन होगा। सच कहूं तो मैं विश्व कप खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार था। (विश्व कप की शुरुआत से पहले) मैं काफी अच्छा खेल रहा था। आप हर मैच में अच्छा नहीं खेल सकते। वो संभव नहीं है, बात ये है कि मैं उस फेस के दौरान अच्छा खेल रहा था। मुझे ये दुर्भाग्यपूर्ण लगता है कि मुझे बाहर बैठना पड़ा।”
अंतरर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद आईपीएल में वापसी करने का तैयार हैं रायडू
विश्व कप स्क्वाड में जगह ना मिलने पर रायुडू ने 3D चश्मों वाला मजाकिया ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी थी, जिसकी काफी आलोचना हुई। ये पूछने पर कि उन्हें इसका कोई अफसोस है, उन्होंने कहा, “बिल्कुल नहीं।”
विश्व कप स्क्वाड में स्टैंड बाय पर होने के बावजूद विजय शंकर के चोटिल होने पर रायुडू को मौका देने के बजाय मयंक अग्रवाल को इंग्लैंड बुला लिया गया। रायुडू से जब पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि उनके ट्वीट की वजह से ऐसा किया गया तो उन्होंने कहा, “अगर ऐसी चीजों पर बात आती है तो मुझे नहीं पता कि इसे कैसे कहा जाय लेकिन मुझे नहीं लगता कि इस ट्वीट ने कोई भूमिका निभाई होगी। और अगर ऐसा हुआ, तो मैं सोच भी नहीं सकता कि क्रिकेटर्स किस चीज से गुजरते होंगे।”