Devbrat Bajpai
देवब्रत वाजपेयी क्रिकेटकंट्री हिंदी के साथ senior correspondent के पद पर कार्यरत हैं
Written by Devbrat Bajpai
Last Updated on - May 21, 2017 3:54 PM IST
हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में रविवार को आईपीएल 10 का फाइनल मुकाबला खेला जाना है। इस मुकाबले के लिए मुंबई इंडियंस और राइजिंग पुणे सुपरजायंट ने अपनी कमर कस ली हैं। आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो राइजिंग पुणे सुपरजायंट मुंबई इंडियंस से मजबूत नजर आती है क्योंकि उसने मौजूदा टूर्नामेंट में मुंबई को तीन बार हराया है। वहीं, इन दोनों के बीच अब तक खेले गए कुल पांच मैचों में से चार पुणे ने जीते हैं। इसके अलावा यह पांचवां मौका है जब आईपीएल के ग्रुप स्टेज की टॉप 2 फ्रेंचाइजी फाइनल में भिड़ रही हैं। इन सभी सीजनों में नंबर दो टीम ने टूर्नामेंट जीता है। इस बार आरपीएस ग्रुप स्टेज में नंबर दो रही थी। आरपीएस मौजूदा आईपीएल सीजन में एकमात्र टीम है जिसने हैदराबाद में मैच जीता है। इस तरह से सभी आंकड़े पुणे की ओर जीत का इशारा कर रहे हैं।
लेकिन भारत के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग का कहना है, “मुंबई एक सख्त टीम है। भले ही वह पुणे से मौजूदा सीजन में तीन मैच हार चुकी है लेकिन फिर भी मैं कहूंगा कि मुंबई का पलड़ा भारी रहने वाला है। क्योंकि उन्हें वापसी करनी आती है। वे बहुत फाइनल खेल चुके हैं। उन्हें मालूम है कि किस तरह से फाइनल जीता जाता है। पुणे का यह पहला फाइनल होगा उसमें भी पुणे की पूरी टीम तीन से चार बल्लेबाजों पर निर्भर रहती है। जिसमें एक धोनी हैं, एक रहाणे हैं, एक स्टीवन स्मिथ हैं या उनके ओपनर राहुल हैं। अगर ये चलते हैं तो उनकी टीम अच्छा करती है वरना हार जाती है। पिछले मुकाबले में हमने देखा कि जबतक धोनी क्रीज पर आए तब तक ऐसा लग रहा था कि पुणे हार जाएगी लेकिन धोनी की इस पारी ने सारा मैच बदल दिया और उन्होंने पुणे को वो मैच जिता दिया।” सहवाग ने हाल ही में एक न्यूज चैनल के साथ इंटरव्यू में ये बातें साझा कीं।
मौजूदा सीजन में पुणे ने मुंबई को तीन बार हराया है। इस बात को ध्यान में रखते हुए सहवाग ने कहा, “जब मुंबई पुणे से पहली बार खेली और हारी तो वह उनका इस सीजन में पहला मैच था। इसके बाद जब मुंबई लगातार जीत रही थी तो पुणे से हारी। लेकिन वह परिस्थिति अलग थी। अब मौजूदा परिस्थिति करो या मरो वाली है। उस समय मुंबई के ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ता था लेकिन इस समय एक ट्रॉफी दाव पर लगी होगी। तो मुंबई को वापसी करनी आती है, उन्हें अच्छी तरह से खेलना आता है। उनको अनुभव है, उनके पास कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो इस प्रतियोगिता के फाइनल्स में खेले हैं। उनका अनुभव उन्हें काम जरूर आएगा।”
सहवाग से जब पूछा गया कि इस मैच में एमएस धोनी पर रोहित शर्मा भारी पड़ेंगे या शर्मा पर धोनी। इसका जवाब देने से पहले सहवाग थोड़ा सा मुस्कुराए। सहवाग ने कहा, “ये तो वक्त बताएगा कि कौन किस पर भारी पड़ेगा लेकिन फिलहाल मुझे ऐसा लगता है कि हर बैट्समेन की फॉर्म होती है। पिछले मैच में एमएस धोनी और अजिंक्य रहाणे ने रन बनाए हैं। तो ये भी हो सकता है कि लॉ ऑफ एवरेजेज के हिसाब से उनका ये मैच हल्का जाए और उसका फायदा मुंबई को मिले। लेकिन क्रिकेट अनिश्चतताओं का खेल है। यहां पर हर भविष्यवाणी फेल है। चाहे मैं जितना कहूं कि मुंबई सख्त टीम है वो जीतेगी लेकिन अगर वह उस दिन अच्छा नहीं खेली तो पुणे उन्हें हराएगी और चैंपियनशिप जीतेगी। लेकिन ये वक्त बताएगा कि कल कौन जीतेगा।”[ये भी पढ़ें: मुंबई इंडियंस बनाम राइजिंग पुणे सुपरजायंट(प्रिव्यू): इतिहास रचना चाहेगी मुंबई इंडियंस]
सहवाग ने दोनों टीमों की टक्कर किस विभाग सशक्त रूप से होने वाली है इसके संबंध में बताया, “मुझे लगता है कि ये मुकाबला मुंबई की बैटिंग और पुणे की गेंदबाजी के बीच होने वाला है। क्योंकि मुंबई को हराने के लिए पुणे को बेहतरीन गेंदबाजी करनी होगी। पिछले मुकाबलों को देखें तो पुणे केवल अपनी गेंदबाजी की बदौलत जीती है। क्योंकि उन्होंने 160 का स्कोर बनाया और उसका बचाव किया था।” धोनी के बारे में बातचीत करते हुए सहवाग ने कहा, “अगर धोनी ने रन बनाए तो वह मुंबई को एक ऐसा लक्ष्य देंगे जिसे चेज करना मुश्किल होगा।”
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