इंडियन प्रीमियर लीग 2020 (IPL 2020) के दूसरे ही मुकाबले में अंपायर के एक फैसले को लेकर खूब तू तू मैं मैं हो रही. दरअसल दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के खिलाफ सुपर ओवर में किंग्स इलेवन पंजाब (Kings XI Punjab) की हार से पहले अहम समय पर फील्ड अंपायर नितिन मेनन (Nitin Menon) ने ‘शॉर्ट रन’ का विवादित कॉल लिया था जबकि टीवी रिप्ले से जाहिर था कि वह रन पंजाब को मिलना चाहिए था.
‘…ताकि निष्पक्षता और पारदर्शिता बनी रहे’
किंग्स इलेवन पंजाब के सह मालिक नेस वाडिया (Ness Wadia) ने कहा है कि आईपीएल में बीसीसीआई को अंपायरिंग का स्तर बेहतर करना चाहिए और तकनीक का अधिकतम इस्तेमाल होना चाहिए.
वाडिया ने पीटीआई को दिए बयान में कहा ,‘यह बहुत दुखद है कि तकनीक के अधिकतम इस्तेमाल के इस दौर में भी हम क्रिकेट मैच में पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए तकनीक का उस तरह इस्तेमाल नहीं कर रहे, जैसे ईपीएल या एनबीए में होता है. ’
उन्होंने कहा ,‘मैं बीसीसीआई (BCCI) से अनुरोध करूंगा कि अंपायरिंग का स्तर बेहतर हो और तकनीक का अधिकतम इस्तेमाल किया जाए ताकि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ लीगों में शुमार इस लीग की निष्पक्षता और पारदर्शिता बनी रहे. ’
वाडिया ने नियमों में बदलाव की जताई उम्मीद
वाडिया ने उम्मीद जताई कि बीसीसीआई आईपीएल नियमों में बदलाव करेगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं हों. इस मैच में दोनों टीमों ने निर्धारित ओवर में एक समान 157 रन बनाए थे. बाद में रिजल्ट सुपर ओवर में दिल्ली के पक्ष में आया.
तब शायद पंजाब टीम को जीत मिल जाती
19वें ओवर में अगर एक फैसला ना होता तो शायद पंजाब टीम सुपर ओवर में जाए बिना ही मैच जीत जाती. दरअसल 19वें ओवर की तीसरी गेंद पर मयंक अग्रवाल ने कगीसो रबाडा (Kagiso Rabada) की फुलटॉस को एक्स्ट्रा कवर की तरफ खेलकर दो रन लिए लेकिन अंपायर का कहना था कि पहला रन लेते समय उन्होंने नॉन स्ट्राइकर एंड की लाइन बैट से नहीं छुई थी, इसलिए पहले रन को नहीं गिना जाएगा.
अंपायर के इस फैसले के बाद मयंक को एक ही रन मिला और आखिरी में एक रन कम बनाने की वजह से पंजाब टीम को सुपर ओवर खेलना पड़ गया, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा.