Bharat Malhotra
Bharat Malhotra अभी cricketcountry.com/hi की टीम की अगुआई कर रहे हैं. भारत के पास डिजिटल मीडिया का 16 साल का अनुभव है. करियर की विधिवत श ...Read More
Written by Bharat Malhotra
Last Updated on - October 13, 2022 4:57 PM IST
द्विपक्षीय सीरीज में इस साल भारत का प्रदर्शन शानदार रहा है. भारतीय टीम ने एक साल में सबसे ज्यादा जीत के ऑस्ट्रेलिया द्वारा बनाए गए विश्व रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली है. इस साल भारत ने 38 मैच जीते हैं. भारत को अभी विश्व कप में खेलना है और बांग्लादेश का दौरा करना है. यानी इस संख्या में इजाफा ही होना है. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. सभी प्रारूपों में भारत का प्रदर्शन बीते चार-पांच साल में अच्छा रहा है. साल 2017 में भारत ने कुल 37 मैच जीते थे. भारत ने न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में कमाल का खेल दिखाया था. हालांकि सवाल द्विपक्षीय सीरीज का है ही नहीं. भारत की असली समस्या बहुदेशीय सीरीज में नजर आती है.
साल 2014 के बाद से भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में नहीं पहुंची है. बीते साल यूएई में हुए टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भी भारत नहीं पहुंच पाया था. पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाप हार के बाद भारत का अगले चरण में नहीं पहुंच पाया था. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने भी भारतीय टीम की इस कमजोरी की ओर ध्यान दिलाया है. उन्होंने कहा है कि आईसीसी टूर्नमेंट्स में भारतीय टीम बहुत ‘डरपोक’ होकर खेली है.
हुसैन ने स्काई स्पोर्ट्स के साथ बातचीत में कहा, ‘आईसीसी टूर्नमेंट्स में भारत के साथ वाकई कुछ समस्याएं हैं. वह हर कहीं जा रहे हैं और सबको हरा रहे हैं. अलग-अलग खिलाड़ियों के साथ जीत हासिल कर रहे हैं. उन्होंने खिलाड़ियों को आराम दिया है और आजमाया है. लेकिन सच यह है कि वैश्विक टूर्नमेंट्स में उन्होंने काफी डरकर क्रिकेट खेला है. टीम अपने खोल में चली जाती है. उन्होंने बीते वर्ल्ड कप में जरूर डरा-डरा सा क्रिकेट खेला था, खास तौर पर पावरप्ले में.’
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने हालांकि भारतीय टीम के खेलने के तरीके को बदलने की कवायद जरूर शुरू की है। अभी तक इसके नतीजे अच्छे ही आए हैं. एशिया कप को छोड़ दें, जहां भारतीय टीम फाइनल में नहीं पहुंच पाई, भारत ने इस साल टी20 इंटरनैशनल में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है. टॉप ऑर्डर में रोहित की आक्रामक अप्रोच और सूर्यकुमार यादव की सांस रोक देने वाली पारियां टीम के लिए काफी फायदेमंद साबित हुई हैं.
नासिर हुसैन ने आगे कहा, ‘भारत को इस आक्रामक रवैये को अपनाए रखना होगा. सूर्यकुमार यादव अविश्वसनीय फॉर्म में हैं. टीम को जड़ेजा और बुमराह जैसे दो बड़े दिग्गजों की कमी खलेगी. उन्हें उसी मानसिकता के साथ उतरना होगा जैसे वे द्विपक्षीय सीरीज में उतरते हैं.’
विश्व कप की बात करें तो भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और साउथ अफ्रीका ग्रुप 12 में एक ही ग्रुप में हैं. दो अन्य टीमें क्वॉलिफायर खेलकर पहुंचेगी. भारत को ध्यान रखना होगा कि सुपर 12 में वह पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका जैसी मजबूत टीमों के सामने जीत हासिल करे ताकि टी20 विश्व कप 2022 में उसका सफर जारी रह सके. विश्व कप में भारत का पहला मैच 23 अक्टूबर को चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ होगा.
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