पाकिस्तान के अनुभवी ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज के 15 साल के टेस्ट करियर का अंत शुक्रवार को हो गया। पाकिस्तान की टीम टेस्ट में हफीज को जीत से विदाई नहीं दे सकी। न्यूजीलैंड ने इस टेस्ट मैच में पाक को 123 रन से हराकर 2-1 से सीरीज अपने नाम की।
हफीज ने अपना अंतिम टेस्ट मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ अबूधाबी में खेला। उन्होंने अंतिम टेस्ट के आखिरी पारी में 8 रन बनाए। सीरीज के तीसरे और निर्णायक टेस्ट की पहली पारी में हफीज खाता भी नहीं खोल पाए।
टेस्ट से संन्यास का पहले ही ऐलान कर चुके थे
38 साल के मोहम्मद हफीज ने तीसरे टेस्ट के शुरू होने से पहले यानी मंगलवार को अबुधाबी में कहा था कि वह न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्तमान टेस्ट मैच के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे।
55 टेस्ट मैचों में 3,652 रन बनाए
हफीज ने पाकिस्तान की ओर से 55 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 37.95 के औसत से कुल 3,652 रन बनाए। इस दौरान हफीज के बल्ले से 10 शतक और 12 अर्धशतक लगाए।
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टेस्ट में हफीज का सर्वोच्च निजी स्कोर 224 रन रहा जो उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 2015 में खुल्ना में बनाया था। हफीज ने बांग्लादेश के खिलाफ 2003 में कराची में टेस्ट में डेब्यू किया था।
टेस्ट में 53 विकेट लिए हैं हफीज ने
दाएं हाथ से ऑफ ब्रेक गेंदबाजी करने वाले मोहम्मद हफीज ने टेस्ट मैचों में कुल 53 विकेट अपने नाम किए हैं। उनकी एक पारी में श्रेष्ठ गेंदबाजी 16 रन देकर चार विकेट है।
ऐसे हुई थी 2 साल बाद हफीज की पाक टेस्ट टीम में वापसी
मोहम्मद हफीज ने लगभग दो साल के लंबे अंतराल के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अक्टूबर में यूएई में खेली गई टेस्ट सीरीज से पाकिस्तान क्रिकेट टीम में वापसी की थी। उन्होंने 5वीं बार टेस्ट टीम में वापसी की थी। उन्होंने वापसी मैच में 126 रन की शानदार पारी खेली थी। उसके बाद हफीज का बल्ला फिर खामोश हो गया।
पाकिस्तान की राष्ट्रीय चयन समिति ने एशिया कप में खराब प्रदर्शन के बाद ऑस्स्ट्रेलिया के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में अपनी बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए ओपनर हफीज को टीम में शामिल किया था।
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हफीज शुरुआती 17 सदस्यीय पाक टीम का हिस्सा नहीं थे। लेकिन एशिया कप में चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और बांग्लादेश के खिलाफ शिकस्त के बाद पाकिस्तान ने इस ओपनर को टीम में जगह दी।
फर्स्ट क्लास में दोहरा शतक चयनकर्ताओं को किया था मजबूर
मोहम्मद हफीज ने फर्स्ट क्लार्स क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ चयनकर्ताओं को टीम में शामिल करने के लिए मजबूर किया था। हफीज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने से पहले अगस्त 2016 में बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था।
तब टीम से दरकिनार किए जाने के बाद संन्यास लेने का मन बना चुके थे
ओपनर हफीज ने इस वर्ष अक्टूबर में खुलासा किया था कि नेशनल टीम में चयन न होने के कारण वे एक समय संन्यास लेने का मन बना चुके थे। हफीज ने कहा था कि पिछले कुछ माह का समय उनके लिए बेहद परेशानी से भरा रहा। उन्होंने बताया था कि संन्यास जैसा बेहद कठोर कदम उठाने जा रहा थे लेकिन उनकी पत्नी ने उन्हें रोका।
पिछली 7 पारियों में 66 रन ही बना पाए थे
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वापसी मैच में शतकीय पारी के बाद हफीज पिछली 7 टेस्ट पारियों में केवल 66 रन ही जुटा पाए थे।
हफीज पर कई बार अवैध गेंदबाजी का आरोप लगा
203 वनडे खेल चुके हफीज पर कई बार अवैध गेंदबाजी का आरोप लगा। हालांकि बाद में गेंदबाजी करने की हरी झंडी मिल गई। आखिर बार उनकी गेंदबाजी एक्शन का इस वर्ष 17 अप्रैल को लोगबोरो यूनिवर्सिटी में दोबारा आकलन हुआ था। इसमें पता चला कि उनकी कोहनी आईसीसी के वैध गेंदबाजों के नियमों के अंतर्गत 15 डिग्री के दायरे के भीतर ही मुड़ती है।