×

पिता कमिश्नर थे इसी वजह से रमीज राजा स्लिप में खड़े होते थे: वसीम अकरम

वसीम अकरम ने कहा है कि रमीज राजा स्लिप में इस वजह से खड़े होते थे क्योंकि उनके पिता कमिश्नर थे. वह कैच छोड़ते ज्यादा था और पकड़ते कम थे. अकरम ने अपनी किताब में इस बात का खुलासा किया है.

user-circle cricketcountry.com Written by Bharat Malhotra
Last Published on - November 29, 2022 10:12 AM IST

नई दिल्ली: रमीज राजा और वसीम अकरम ने काफी समय तक साथ क्रिकेट खेला. अकरम ने पीसीबी के चेयरमैन के बारे में काफी बड़ा खुलासा किया है. अकरम ने बताया कि आखिर क्यों रमीज राजा स्लिप में ही खड़े होते थे.

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम (Wasim Akram) की आत्मकथा, सुलतान: अ मेमोअर (Sultan: A Memoir), इस महीने की शुरुआत में रिलीज हुई है. इसमें इस महान तेज गेंदबाज के करियर और निजी जीवन के बारे में काफी खुलासे किए गए हैं. इस किताब में अकरम ने न सिर्फ मैदान की घटनाओं और साथी खिलाड़ियों के साथ अपने संबंधों के बारे में भी बात की है. ऐसा ही एक किस्सा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मौजूदा अध्यक्ष रमीज राजा से जुड़ा हुआ है.

राजा और अकरम 1985 से लेकर 1997 तक पाकिस्तानी टीम में साथ खेले. 1992 में पाकिस्तान की टीम ने 50 ओवर का वर्ल्ड कप जीता था. रमीज और अकरम इस टीम का हिस्सा थे.

अकरम ने हालांकि एक बड़ा खुलासा कि रमीज टीम में रैंकिंग सिस्टम की वजह से स्लिप में ही खड़े होंगे क्योंकि उनके पिता पुलिस कमिश्नर थे. अकरम ने बताया कि उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच याद है, जहां उन्होंने कहा था कि रमीज इतने कैच पकड़ेंगे नहीं जितने छोड़ेंगे.

अकरम ने लिखा, ‘अगले दिन पहला ओवर आसिफ फरीदी ने फेंका. वह एक स्थानीय तेज गेंदबाज थे. मुझे दूसरे ओवर के लिए नई गेंद दी गई. मैं अपना चौथा ओवर फेंक रहा था जब न्यूजीलैंड के कप्तान जॉन राइट के बल्ले का किनारा लेते हुई दूसरी स्लिप में गई. रमीज की बल्लेबाजी की बात अलग है लेकिन वह स्लिप में रैंकिंग की वजह से खड़े होते थे, क्योंकि उनके पिता कमिश्नर थे और क्योंकि उन्होंने एचेसन कॉलेज से पढ़ाई की थी. उन्होंने इतने कैच लपके नहीं जिससे ज्यादा छोड़े थे.’

TRENDING NOW

अकरम ने पाकिस्तान के लिए 104 टेस्ट मैचों में 414 विकेट लिए. वह पाकिस्तान के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले क्रिकेटर हैं. इसके साथ ही उन्होंने वनडे इंटरनैशनल में 502 विकेट लिए हैं.