This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
रे इलिंगवर्थ बोले- 'भारतीय टीम मौजूदा समय में इंग्लैंड से बेहतर'
भारत और इंग्लैंड के बीच अब सीरीज का चौथा टेस्ट मैच 30 अगस्त से खेला जाएगा।
Written by Cricket Country Staff
Published: Aug 26, 2018, 12:17 PM (IST)
Edited: Aug 26, 2018, 12:23 PM (IST)

भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज के दो मैच होना अभी बाकी है। बर्मिंघम और लॉर्ड्स में इंग्लैंड ने भारत को हराया तो नॉटिंघम में भारत ने अच्छी वापसी की और मेजबान टीम काे 203 रनों से मात दी। नॉटिंघम टेस्ट जीतकर विराट कोहली की टीम के हौसले बुलंद हैं।
दोनों टीमों में भारत बेहतर नजर आती है
साल 1971 में भारत ने अजीत वाडेकर की कप्तानी में इंग्लैंड की रे इलिंगवर्थ की कप्तानी वाली टीम को टेस्ट क्रिकेट में पहली बार मात दी थी। टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार से बातचीत के दौरान रे इलिंगवर्थ ने कहा, “अगर दोनों टीमों को देखें तो भारतीय टीम बेहतर नजर आती है।” हालांकि उन्होंने ये भी साफ किया कि भारत के लिए यहां से लगातार दो मैच जीतकर सीरीज अपने नाम कर पाना इतना आसान काम नहीं होने वाला है।
भारत ने इंग्लिश कंडीशन में खुद को एडजस्ट किया
रे इलिंगवर्थ ने कहा, “नॉटिंघम टेस्ट जीतकर निश्चित तौर पर भारत के हौसले बुलंद हुए होंगे। बर्मिंघम में बेहद शानदार मैच देखने को मिला, लेकिन लॉर्ड्स में भारत को बारिश का शिकार होकर मैच गंवाना पड़ा। नॉटिंघम में भारतीय बल्लेबाज और गेंदबाजों ने अच्छे से इंग्लिश कंडीशन में खुद को एडजस्ट किया। ये भारत की बेहद शानदार जीत है।”
जसप्रीत बुमराह के आने का मिला फायदा
जसप्रीत बुमराह की तारीफ करते हुए रे इलिंगवर्थ ने कहा, चार साल पहले जब भारत इंग्लैंड आया था तो मेहमान टीम के गेंदबाज इंग्लैंड के 20 विकेट निकालने के लिए भी जूझते रहते थे। बुमराह के टीम में आने से भारत को काफी फायदा मिला है। इसके अलावा इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी भी अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं।
भारत की गेंदबाजी दुनिया में सबसे बेहतर
TRENDING NOW
उन्होंने कहा, मौजूदा समय में भारत की गेंदबाजी दुनिया में सबसे बेहतर है। भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद से केवल एक बार ऐसा हुआ है कि विराट कोहली के गेंदबाज टेस्ट में सभी 20 विकेट नहीं ले पाए हों। 145 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से भारतीय गेंदबाजों को गेंदबाजी करते देखना काफी अच्छा लगता है।”