Bharat Malhotra
Bharat Malhotra अभी cricketcountry.com/hi की टीम की अगुआई कर रहे हैं. भारत के पास डिजिटल मीडिया का 16 साल का अनुभव है. करियर की विधिवत श ...Read More
Written by Bharat Malhotra
Last Updated on - January 3, 2025 7:41 AM IST
ऑस्ट्रेलियाई टीम जश्न मना रही थी. उन्हें यकीन था कि विराट कोहली आउट हैं. कोहली, बेशक बड़ा विकेट हैं. और अगर वह पहली ही गेंद पर मिल जाए तो कोई भी टीम उसे दोनों हाथों से लपकना चाहेगी. लेकिन ऑस्ट्रेलिया की टीम यहां थोड़ी सी गलती कर गई. शुक्रवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के आखिरी मैच के पहले दिन कोहली की पहली ही गेंद पर खूब ड्रामा हुआ. ऑस्ट्रेलिया को यकीन था कि विराट आउट हैं लेकिन तीसरे अंपायर का मानना कुछ और था.
स्कॉट बोलैंड की गेंद ने कोहली के बल्ले का किनारा लिया. स्टीव स्मिथ दूसरी स्लिप में थे. उन्होंने अपने दाएं ओर छलांग लगाई और गेंद को लपका. लेकिन जब वह खुद को संभाल रहे थे उन्होंने गेंद को गली में खड़े मार्नस लाबुशेन की ओर उछाल दिया. तीसरे अंपायर जो विलसन रे रिव्यू देखने के बाद फैसला किया कि बॉल जमीन को छू गई है.
इस फैसले के पक्ष और विपक्ष में तर्क दिए गए.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर और कोच रहे जस्टिन लैंगर ने कहा कि कोहली को आउट दिया जाना चाहिए था. 7 क्रिकेट पर कॉमेंट्री करते हुए लैंगर ने कहा, ‘मैं जो यहां से देख पा रहा हूं, उससे यह और ज्यादा साफ हो जाता है कि कोहली को आउट दिया जाना चाहिए था. स्टीव स्मिथ की उंगलियां गेंद के नीचे थीं. और आप देख सकते हैं कि वह गेंद को ऊपर उछाल रहे थे. जो उन्होंने किया वह कमाल था. उनकी उंगलियां गेंद के नीचे थीं, और उन्होंने जानबूझकर उसे उछाला, मेरे विचार से यह आउट था.’
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ अंपायर रहे साइमन टफल ने चैनल7 पर बताया कि क्यों विराट कोहली के रिव्यू पर फैसला लेना आसान नहीं था. टफल जब अंपायरिंग करते थे तो उन्हें दुनिया का बेस्ट अंपायर कहा जाता था. उन्होंने लगातार तीन बार आईसीसी की ओर से बेस्ट अंपायर का खिताब भी जीता था. चैनल7 पर कोहली के फैसले पर कॉमेंट्री करते हुए उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि आपने इसे बहुत अच्छे तरीके से समझाया कि यह निर्भर करता है कि आप किस ओर हैं. और इसी के आधार पर आप अपना रुख और फैसला लेंगे.’
टफल ने कहा, ‘जो विलसन की भाषा को सुनिए. जहां वह कहते हैं कि उंगलियां गेंद के नीचे हैं और फिर वह कहते हैं कि गेंद जमीन को छू रही है. अपनी भाषा से ही हमें यह बता रहे हैं कि उन्हें लगता है कि गेंद जमीन को छू रही है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘तो टीवी अंपायर यहां दो चीजों को देख रहे हैं. उंगलियां गेंद के नीचे. यहां वह संतुष्ट हैं. लेकिन फिर वह उन तस्वीरों के हिसाब से राय बना रहे हैं कि गेंद साफ तौर पर जमीन को छू रही है. और यहीं असली चुनौती है. आप इसे स्लो मोशन में जितना मर्जी धीमा करके देखिए. जब आप इसे असली स्पीड में चलाएंगे तो यह ठीक लगता है.’
साइमन टफल ने आगे कहा, ‘मैं साफ तौर पर समझ सकता हूं कि तीसरे अंपायर ने यहां क्या किया. उनका मानना है कि उन्होंने गेंद को जमीन पर लगते हुए देखा और जो उन्हें लगा उन्होंने इस हिसाब से फैसला दिया. आम तौर पर आईसीसी का प्रोटोकॉल यह है कि अगर आप गेंद के नीचे उंगलियां देख लें तो इसे एक सही कैच माना जाना चाहिए.’
इसके बाद टफल ने कहा, ‘लेकिन यहां एक समस्या है. मैदानी अंपायर अब सॉफ्ट सिग्नल नहीं दे सकता और फैसला नहीं ले सकता. अब यह पूरी तरह से टीवी अंपायर के हाथों में है.’
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