×

वीवीएस लक्ष्मण के जन्मदिन पर वीवीएस की पांच सबसे यादगार पारियां

वीवीएस लक्ष्मण भारतीय टेस्ट टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज रहे हैं

user-circle cricketcountry.com Written by Manoj Shukla
Last Published on - November 1, 2016 2:30 PM IST

 

वीवीएस लक्ष्मण ने भारतीय टीम को कई यादगार मैच जिताए हैं © Getty Images
वीवीएस लक्ष्मण ने भारतीय टीम को कई यादगार मैच जिताए हैं © Getty Images

टीम इंडिया के वीवीएस लक्ष्मण या वेरी वेरी स्पेशल लक्ष्मण भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं, लेकिन जब कभी उनका नाम जेहन में आता है तो उनकी कई यादगार पारियों की याद ताजा हो जाती है। 1 नवंबर को 42 साल के हुए लक्ष्मण की कमाल की पारियों के बदौलत कई मौकों पर भारत ने हारे हुए मैचों में जीत हासिल की। टीम इंडिया के इस वेरी वेरी स्पेशल बल्लेबाज के खाते में 17 टेस्ट और 6 वनडे शतक हैं। लक्ष्मण ने कुल 134 टेस्ट में 8781 रन और कुल 86 वनडे में 2338 रन बनाए। लेकिन टेस्ट के स्टाइलिश बल्लेबाज को एक बार भी विश्वकप खेलने का मौका नहीं मिला। आज लक्ष्मण के जन्मदिन पर हम आपको रूबरू कराएंगे लक्ष्मण की पांच यादगार पारियों से जिसे देखकर हर कोई उन्हें वेरी-वेरी स्पेशल लक्ष्मण कहने लगा। तो आइए नजर डालते है लक्ष्मण की ऐसी ही पारियों पर।

5. साल 2003: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 148 रन
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लक्ष्मण का बल्ला हमेशा रन उगलता था। जिस टीम के खिलाफ बड़े से बड़ा बल्लेबाज घुटने टेक देता था, उस टीम के खिलाफ लक्ष्मण हमेशा रन बनाते थे। उसी तरह एडिलेड में खेले गए इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के 556 रनों के जवाब में भारत ने 85 रन पर चार विकेट खो दिए थे और टीम संकट में आ चुकी थी। लेकिन 5वें विकेट के लिए राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर लक्ष्मण ने 303 रन जोड़े और भारत को 523 के स्कोर पर पहुंचा दिया। दूसरी पारी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 196 रन के स्कोर पर आउट कर दिया। इसके बाद भारतीय टीम को 233 रनों का लक्ष्य मिला जो भारत ने आसानी से हासिल कर लिया। काफी लंबे अरसे बाद भारत को विदेश में टेस्ट जीत मिली और सौरव गांगुली की कप्‍तानी में टीम इंडिया ने सीरीज में 1-0 से बढ़त भी हासिल की। ये भी पढ़ें: इंग्लैंड के खिलाफ क्या होगी टीम इंडिया की रणनीति?

4. साल 2000: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 167 रन
लक्ष्मण 1996 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण कर चुके थे, लेकिन 2000 में सिडनी के ग्राउंड पर उनकी 167 रनों की पारी ने क्रिकेट की दुनिया में उन्हें नई पहचान दिलाई। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई भारत की टीम पहले दो टेस्ट हार चुकी थी। तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में भारत को 150 रन पर ऑलआउट कर दिया था और बल्लेबाजी करने के बाद अपनी पहली पारी 552/5 पर घोषित की थी। दूसरी पारी में ओपनिंग करने पहुंचे लक्ष्मण ने ग्लेन मैकग्रा, ब्रेट ली और शेन वॉर्न जैसे दिग्गजों की जमकर धुनाई की। हालांकि भारत ये मैच हार गया लेकिन लक्ष्मण की बल्लेबाजी की ऑस्ट्रेलियाई कप्‍तान स्टीव वॉ ने भी खूब तारिफ की थी।

3. साल 2004: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 178 रन
सिडनी के मैदान पर खेले गए सीरीज के आखिरी टेस्ट मैच को सचिन तेंदुलकर की शानदार पारी के लिए याद किया जाता है। इस मैच में सचिन ने ऑफ-साइड पर बिना बाउंड्री लगाए नाबाद 241 रन बनाए थे। लेकिन दूसरे छोर पर वीवीएस लक्ष्मण ने सचिन का साथ दिया था। उस मैच में वीवीएस लक्ष्मण ने 178 रन भी बनाए थे। भारतीय टीम के दो बेहतरीन बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 353 रन बनाए और पारी को विशाल स्कोर 705 रन तक पहुंचाया। ये भी पढ़ें: सौरव गांगुली की खोज हैं भारतीय टीम के ये पांच दिग्गज खिलाड़ी

2. साल 2001: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 281 रन
ऑस्ट्रेलिया ने कोलकाता में पहले टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 445 रन बनाए। जवाब में भारत पहली पारी में 171 रन पर सिमट गई और साथ ही फॉलोऑन भी झेलना पड़ा। स्टीव वॉ की टीम टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया की लगातार 16वीं जीत की पूरी उम्मीद लगाए बैठी थी। लेकिन तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे वीवीएस लक्ष्मण ने राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर उनकी उम्मीदों पर बुरी तरह पानी फेर दिया। दोनों ने मिलकर दूसरी पारी में 376 रनों की साझेदारी की। इस तरह भारत ने दूसरी पारी 7 विकेट पर 657 रन पर घोषित की। द्रविड़ और लक्ष्मण की बदौलत ही भारत ने मैच में वापसी की और हारे हुए मैच को भारत की झोली में डाल दिया। भारत ने साथ ही विजय रथ पर सवार ऑस्ट्रेलिया को रोक दिया। उस वक्त लक्ष्मण की 281 रनों की पारी किसी भारतीय द्वारा टेस्ट मैच में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर था।

TRENDING NOW

1. साल 2004: पाकिस्तान के खिलाफ 107 रन
अक्सर टेस्ट में धमाल मचाने वाले वीवीएस लक्ष्मण ने साल 2004 में भारत की चिर प्रतिद्वंदी टीम पाकिस्तान के खिलाफ जमकर हल्ला बोला था। लक्ष्मण ने दिखाया था कि मौका मिलने पर वह वनडे में भी उतने ही असरदार हैं जितने टेस्ट मैचों में। 2004 में भारत लंबे समय बाद पाकिस्तान के दौरे पर गया था। पांच मैचों की वनडे सीरीज के शुरुआती चारों मैचों में दोनों टीमें 300 के आंकड़े को आसानी से पार कर रही थी। लाहौर में खेले गए सीरीज के आखिरी और पांचवें मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया की पारी लड़खड़ा गई। ऐसे समय में लक्ष्मण ने 107 रनों की पारी खेलकर जैसे-तैसे टीम का स्कोर 293 तक पहुंचाया। भारत ने इस मैच को 40 रनों से जीतकर सीरीज पर 3-2 से फतह हासिल की। साथ ही लक्ष्मण की वनडे मैच में शतकीय पारी यादगार बन गई। ये भी पढ़ें: महेंद्र सिंह धोनी के लिए क्यों प्रतिष्ठा का सवाल थी न्यूजीलैंड सीरीज?