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अजिंक्य रहाणे-मुरली विजय की खराब फॉर्म ने बढ़ाई भारत की चिंता

अजिंक्य रहाणे और मुरली विजय से भारत को मुंबई टेस्ट में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है

user-circle cricketcountry.com Written by Manoj Shukla
Last Published on - December 5, 2016 2:41 PM IST

 

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दोनों ही खिलाड़ियों ने अब तक अपने नाम के अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया है © Getty Images

भारत को इंग्लैंड के बीच जारी पांच मैचों की सीरीज का चौथा मुकाबला 8 दिसंबर से खेला जाएगा। भारत ने अब तक सीरीज में काफी अच्छा खेल दिखाया है। भारत ने खेल के हर क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को चारों खाने चित कर दिए। भारत की कोशिश अब सीरीज में बचे हुए बाकी मैचों में अच्छा खेल दिखाकर अपनी जीत का फासला बढ़ाने का होगा। वैसे तो भारत के लिए सब कुछ अच्छा ही चल रहा है, लेकिन आज हम आपको भारतीय टीम की उस कमी के बारे में बताएंगे जिससे भारत जूझ रहा है और समय रहते अगर इसपर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में भारत के लिए मुश्किल हो सकती है।

हम बात कर रहे हैं भारतीय टीम के ऊपरी क्रम की। सितारों से सजी भारतीय टीम के ऊपरी क्रम में कई बड़े दिग्गज हैं। मुरली विजय, अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली जैसे सितारों से सजी भारतीय टीम किसी भी गेंदबाज की बखिया उधेड़ सकती है। पिछले दो साल की बात करें तो अजिंक्य रहाणे और मुरली विजय भारतीय टीम के सबसे निरंतर रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भारत 2-0 की अजेय बढ़त बना चुका है। लेकिन अजिंक्य रहाणे का बल्ला अब तक खामोश ही रहा है। रहाणे के प्रदर्शन की बात करें तो रहाणे ने अब तक (13,1,23,26,0) का स्कोर किया है। रहाणे न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में गजब की फॉर्म में थे लेकिन वनडे लीरीज से उनका ग्राफ जो गिरना शुरू हुआ वो बदस्तूर जारी है। ये भी पढ़ें: भारतीय टीम में चयन मेरे हाथ में नहीं है: ऋषभ पंत

रहाणे के साथ ही मुरली विजय का प्रदर्शन भी कोई खास नहीं रहा है। मुरली विजय ने अब तक (126, 31,20,3,12,0) का स्कोर किया है। आंकड़ों से साफ है कि अगर पहली पारी को छोड़ दिया जाए तो मुरली विजय का प्रदर्शन भी फीका ही रहा है। न्यूजीलैंड सीरीज के बाद से मुरली विजय ही भारत के स्थायी सलामी बल्लेबाज रहे हैं। मुरली विजय को हर बार एक नया जोड़ीदार मिला है। ऐसे में अगर मुरली विजय का प्रदर्शन नीचे गिरता गया तो भारत के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है। भारत को अगर आने वाले मैचों में अच्छा प्रदर्शन जारी रखना है तो इन दोनों ही बल्लबाजों को अपनी खोई हुई लय जल्द हासिल करनी होगी। दोनों ही बल्लेबाजों से भारत को काफी अपेक्षाओं हैं ऐसे में दोनों को ही अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए जल्द से जल्द अपने बल्ले का जौहर दिखाना होगा।

दोनों ही बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर किरन मोरे और सबा करीम का कहना है कि दोनों ही बल्लेबाज विश्वस्तरीय हैं और दोनों ही अपनी खराब फॉर्म को जल्द ही पीछे छोड़ देंगे। दोनों ही बल्लेबाजों को बखूबी पता है कि ऐसे हालात से कैसे बाहर निकला जाता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आपको ऐसी स्थिति का सामना कई बार करना पड़ता है लेकिन जब आप ऐसे हालातों का सामना कर सफल वापसी करते हो तो आपकी महानता साबित होती है। कभी-कभी विपक्षी गेंदबाज आपकी कमी को भांप लेता है कि कहां आपके पैर नहीं चल रहे हैं या फिर किस गेंद को खेलने में आपको परेशानी हो रही है, लेकिन ये सब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में चलता रहता है और आपको इन सब से पार पाना सीखना होगा तब जाकर आप एक सच्चे टेस्ट खिलाड़ी कहलाएंगे।

वहीं किरन मोरे ने कहा, ‘मेरे हिसाब से दोनों ही अच्छा कर रहे हैं। आप दो-तीन खराब मैचों से खिलाड़ी को बेकार नहीं बोल सकते, ये सब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का हिस्सा है और यह हर खिलाड़ी के साथ होता है। मुझे दोनों के खेल में कोई कमी नजर नहीं आती। मोहाली टेस्ट में जिस तरह से रहाणे आदिल रशीद की गुगली को समझ नहीं सके और LBW आउट हो गए वो कईयों के समझ से परे था। भारतीय बल्लेबाज आमतौर पर लेगस्पिनर को बहुत अच्छे ढंग से खेलते हैं लेकिन रहाणे ऐसा करने में नाकाम रहे और रशीद की गुगली को समझ नहीं सके।’  ये पभी पढ़ें: इंग्लैंड के लिए भाग्यशाली रहा है मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम

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करीम ने साथ ही कहा, ‘मुझे लगता है कि रहाणे को स्थिति को और ज्यादा जटिल नहीं बनाना चाहिए और डटकर सामना करना चाहिए। रहाणे को पता है कि उनकी बल्लेबाजी में कहां क्या कमी है या कहां उन्हें सुधार की जरूरत है। रहाणे स्पिनर्स के खिलाफ कड़ी मेहनत कर रहे हैं और वह जल्द ही इसमें महारत हासिल कर लेंगे। रहाणे को विकेट में टिकने की जरूरत है और उन्हें ज्यादा से ज्यादा देर तक क्रीज में रहने की आवश्यकता है। जितनी देर भी रहाणे क्रीज पर मौजूद रहेंगे उनका आत्मविश्वास में उतनी बढ़ोत्तरी होगी। मुझे इस बात की पूरी उम्मीद है कि रहाणे कड़ी मेहनत करके अपनी खामियों को दूरने में सफल रहेंगे और भारत के लिए एक बार फिर से अपने बल्ले से रन बनाते दिखेंगे।’