Devbrat Bajpai
देवब्रत वाजपेयी क्रिकेटकंट्री हिंदी के साथ senior correspondent के पद पर कार्यरत हैं
Written by Devbrat Bajpai
Last Updated on - May 15, 2017 5:13 PM IST
आईपीएल 10 अपने अंतिम पड़ाव की ओर अग्रसर है। ग्रुप स्टेज तो खत्म हो चुका है। इस तरह सिर्फ चार टीमों के बीच अगले मैचों में फैसला होगा जिसके आधार पर टूर्नामेंट का विजेता निर्धारित होगा। पहले क्वालीफायर(16 मई) में नंबर 1 और नंबर 2 टीम मुंबई और पुणे के बीच मुकाबला होगा वहीं जो टीम जीतेगी वह सीधे फाइनल में पहुंच जाएगी लेकिन इसी बीच टूर्नामेंट को पीछे मुड़कर देखें तो पता चलता है कि कई भारतीय युवाओं ने इस टूर्नामेंट में कमाल दिखाया। जैसा कि आईपीएल का आयोजन की इसी आधार पर किया जाता है ताकि युवाओं को अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर मिल सके। ऐसे में ये देखना जरूरी है कि किन भारतीय युवाओं ने इस मौके को सबसे ज्यादा भुनाया। तो आइए आपको आईपीएल 2017 के सबसे बेहतरीन युवाओं से रूबरू कराते हैं।
1. राहुल त्रिपाठी:
महाराष्ट्र के बल्लेबाज राहुल त्रिपाठी को इस सीजन के पहले कोई नहीं जानता था। आरपीएस ने मौजूदा सीजन की शुरुआत मयंक अग्रवाल और अजिंक्य रहाणे को ओपनिंग में उतारते हुए की। हालांकि, मयंक की खराब फॉर्म ने पुणे टीम को नया विकल्प ढूंढने के लिए मजबूर कर दिया। उनके जल्दी आउट होने की वजह से रहाणे के ऊपर अतिरिक्त जिम्मेदारी बढ़ जाती थी। इसी बीच टीम मैनेजमेंट ने राहुल त्रिपाठी को टीम में जगह दी और ये बदलाव टीम के लिए मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ। इस दाहिने हाथ के बल्लेबाज की बेहतरीन बल्लेबाजी का असर चारों तरफ देखने को मिला। उन्होंने लगातार मैचों में रनों का अंबार लगाया और पावरप्ले में तेजी से रन बनाते हुए अजिंक्य रहाणे पर सारा दबाव खत्म कर दिया। अब तक उनके नाम चार बार 30 से ज्यादा और एक बार 40 से ज्यादा का स्कोर है। इस दौरान उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ शानदार 95 रनों की पारी खेली। [ये भी पढ़ें: गुजरात लायंस आईपीएल 10 में क्यों रही फेल, पढ़ें पूरा लेखा-जोखा]
जिस तरह से उन्होंने कदमों का इस्तेमाल किया और गेंदबाजों की लेंथ को पहचाना उसने सभी का अपना ध्यान उनकी ओर खींचा। वह अपनी पारी के दौरान अक्सर बेहतरीन टाइमिंग वाले कट, पुल और कवर ड्राइव लगाते हैं। यही कारण है कि जबसे वह टीम में आए हैं आरपीएस एक अच्छा स्कोर खड़ा करने में कामयाब हो जाती है। जाहिर है कि प्लेऑफ में भी हम उनके बैट से ऐसा ही जादू देखेंगे।
ऋषभ पंत:
मौजूदा टूर्नामेंट के शुरुआत के पहले ऋषभ पंत के पिता का निधन हो गया था लेकिन इसके बावजूद पंत ने अंतिम संस्कार करने के एक दिन बाद ही टीम में वापसी की और पहले ही मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ अर्धशतक जड़ दिया। इस दौरान वह सकारात्मक रवैए में आतिशी बल्लेबाजी के पूरे मूड में नजर आए और दर्शकों को अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से इंटरटेन करने में उन्होंने कोई कोर- कसर नहीं छोड़ी। इस दौरान उन्होंने केकेआर के अनुभवी गेंदबाज उमेश यादव के ओवर में 26 रन ठोंके और जिस तरह के उन्होंने स्ट्रोक जड़े उसको लेकर खूब तारीफ बटोरी।[ये भी पढ़ें: साल 2016 में कोहली- डीविलियर्स ने बनाए थे 1660 रन, इस सीजन में पूरी टीम ने बनाए 1606 रन, पढ़ें पूरा लेखा-जोखा]
हालांकि, पंत इस दौरान खराब फॉर्म से भी गुजरे। वह तीन बार शून्य और दो बार छोटे स्कोर पर आउट हुए लेकिन जिस अंदाज में उन्होंने बैटिंग की उसने जता दिया कि भविष्य में वह टीम इंडिया के स्टार बनने वाले हैं। उनकी सबसे बेहतरीन पारी गुजरात लायंस के खिलाफ आई जब उन्होंने 43 गेंदों में 97 रन ठोंक डाले। इस दौरान उन्हें मैन ऑफ द मैच ही नहीं मिला बल्कि सचिन तेंदुलकर ने ये तक कह डाला कि ये उनके हिसाब से यह अबतक कि आईपीएल की सबसे बेहतरीन पारी है।
3. संजू सैमसन:
22 साल के संजू सैमसन के पास पहले से ही थोड़ा आईपीएल का अनुभव था। पहले राजस्थान के लिए खेलने के बाद बाद में साल 2016 में दिल्ली डेयरडेविल्स से जुड़ने वाले संजू सैमसन ने मौजूदा सीजन नें अपनी कुछ बेहतरीन पारियों की बदौलत सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। भले ही उन्हें उभरता हुआ सितारा न कहा जाए लेकिन उन्होंने अपनी निरंतरता पर काम जरूर किया है। सैमसन ने मौजूदा सीजन में कुछ बढ़िया पारी खेली हैं और पहले सीजनों के उलट उन्होंने निरंतरता दिखाई जो उनकी बल्लेबाजी में एक अच्छा परिवर्तन है। टूर्नामेंट में 386 रन(1 शतक और दो अर्धशतक), 141.39 के स्ट्राइक रेट के साथ सैमसन टूर्नामेंट में एक बड़े बल्लेबाज के रूप में निखरे हैं।
4. श्रेयस अय्यर:
दिल्ली डेयरडेविल्स भले ही प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई न कर पाई हो लेकिन उनके युवा खिलाड़ी खूब चमके हैं। ऋषभ और सैमसन की ही तरह अय्यर ने भी दिल्ली डेयरडेविल्स टीम में अपना चुनाव सही ठहराया है। साल 2015 में वह डीडी की ओर से सर्वोच्च रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे थे। इस सीजन में भी अय्यर खूब चमके। 33.8 के औसत के साथ अय्यर ने दो अर्धशतक जमाए और अपने विश्वास वाले शॉट्स से विपक्षी टीम को भौंचक्का छोड़ दिया। उन्होंने जिस तरह से गुजरात लायंस के खिलाफ 57 गेंदों में 96 रन ठोंके वह गजब का प्रदर्शन था। उन्होंने कई मैचों में मध्यक्रम से लेकर अंतिम ओवर तक बल्लेबाजी की। राहुल द्रविड़ की भी युवाओं को निखारने के लिए तारीफ की जानी चाहिए।
5. ईशान किशन:
टीम इंडिया की अंडर-19 टीम के कप्तान रहे ईशान किशन इस साल भी गुजरात लायंस की ओर से खेले। 11 मैचों में विकेटकीपर बल्लेबाज ने 134.46 के स्ट्राइक रेट से 277 रन बनाए। किशन की बल्लेबाजी की सबसे बेहतरीन बात यह रही कि उन्होंने अपनी टीम को अच्छी शुरुआत दिलवाई। किशन ब्रैंडन मैक्कलम और ड्वेन स्मिथ जैसे बड़े बल्लेबाजों के साथ खेले और इस दौरान उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले। इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर 61 का रहा लेकिन जिस अंदाज में उन्होंने पुल स्ट्रोक खेले वह जबरदस्त रहा।
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