This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
भारतीय क्रिकेट टीम के इन तीन टेस्ट पर ''फिक्सिंग'' का साया !
पिछले दो साल में भारत के खेले गए तीन टेस्ट मैच में फिक्सिंग करने की बात कही जा रही है।
Written by Viplove Kumar
Last Updated on - May 28, 2018 1:27 PM IST

क्रिकेट पर एक बार फिर से फिक्सिंग का काला साया नजर आया है। फिक्सिंग उन तमाम क्रिकेट फैंस के साथ धोखा है जो अपनी टीम की जीत के लिए जीते हैं। पिछले दो साल में भारत के खेले गए तीन टेस्ट मैच में फिक्सिंग करने की बात कही जा रही है।
[link-to-post url=”https://www.cricketcountry.com/hi/news/three-from-england-involved-in-fixing-in-india-al-jazeera-sting-716473″][/link-to-post]
भारतीय क्रिकेट टीम के साथ साल 2016 और 2017 में श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए टेस्ट मैचों में फिक्सिंग का दावा किया गया है। समाचार चैनल अल जजीरा ने रविवार को ”क्रिकेट के मैच फिक्सर्स” नाम की एक डाक्यूमेंट्री दिखाई जिसमें मैच फिक्स किए जाने का दावा किया गया।
इस डाक्यूमेंट्री में भारत और श्रीलंका का गॉल टेस्ट, भारत और इंग्लैंड का चेन्नई टेस्ट तथा भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया रांची टेस्ट को फिक्स किए जाने का दावा किया गया है। यह फिक्सिंग अलग तरीके से की गई थी इसमें पिच फिक्सिंग से लेकर सेशन की बल्लेबाजी को फिक्स किए जाने का दावा है।
कौन से तीन मैचों पर फिक्सिंग का दावा
भारत और श्रीलंका के बीच श्रीलंका के गॉल में 26 से 29 जुलाई 2017 तक खेले गए मैच में ”पिच फिक्सिंग” की बता कही जा रही है। अल जजीरा टीवी नेटवर्क ने दावा किया है कि मुंबई के एक पूर्व फर्स्ट क्लास क्रिकेटर रॉबिन मौरिस पिच से छेड़छाड़ में शामिल थे।
TRENDING NOW
इस लिस्ट में दूसरा नाम भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रांची में 16 से 20 मार्च 2017 तक खेले गए मैच का है। भारत तथा इंग्लैंड के बीच चेन्नई में 16 से 20 दिसंबर 2016 तक खेला गया टेस्ट मैच के भी फिक्स किए जाने का दावा किया गया है। स्टिंग में इंग्लैंड के कुछ बल्लेबाजों द्वारा इस मैच के खास सेशन में धीमी गति से बल्लेबाजी करने के लिए पैसे लिए जाने की बात कही गई है।