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कोच कर्टनी वाल्‍श बोले, बांग्‍लादेश को युवा तेज गेंदबाजों में निवेश की जरूरत

न्‍यूजीलैंड दौरे पर पहले टेस्‍ट में इबादत हुसैन और खालिद अहमद द्वारा मिलकर 87 ओवरों में 369 रन लुटाने पर वार्ल्‍श ने अपनी प्रतिक्रिया दी।

user-circle cricketcountry.com Written by Cricket Country Staff
Last Updated on - March 5, 2019 2:41 PM IST

बांग्‍लादेश के गेंदबाजी कोच कर्टनी वाल्श का कहना है कि हमें धैर्य से काम लेते हुए युवा तेज गेंदबाजों में निवेश करना चाहिए। हेमिल्‍टन टेस्‍ट में इबादत हुसैन और तस्कीन अहमद ने 87 ओवरों में 369 रन लुटा दिए थे। इस दौरान उन्‍हें बस एक ही विकेट मिला। बांग्‍लादेश में इस वक्‍त दोनों खिलाड़ियों द्वारा काफी रन लुटाने की आलोचना हो रही है।

वाल्‍श दोनों युवा गेंदबाजों को अभी कुछ और मौके देना चाहते हैं। सीरीज के पहले टेस्‍ट में बांग्‍लादेश को पारी के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। बांग्‍लादेश की टीम पिछले कुछ समय में तेज गेंदबाजी में नए कॉम्बिनेशन ट्राई अपना रही है। साल 2017 में तस्कीन अहमद और कमरुल रब्बी को मौका दिया गया। न्‍यूजीलैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज में इबादत हुसैन और खालिद अहमद को चांस दिया जा रहा है।

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कर्टनी वल्‍श ने कहा, “अगर आप अपने युवा गेंदबाजों में निवेश करोगे और उन्‍हें अच्‍छी कंडीशन में ट्रेनिंग दोगे तो ही उनके खेल में निखार आएगा। मैं कुछ और टेस्‍ट मैचों में दोनों को आगे भी टीम के लिए खेलते हुए देखना चाहता था। शायद पांच से 10 मैच और। एक अकेले खिलाड़ियों के तौर पर नहीं बल्कि एक ग्रुप के तौर पर दोनों को खेलना चाहिए।”

गेंदबाजी कोच ने कहा, “हम इन्‍हें रोटेट कर सकते हैं। ग्रुप के तौर पर दो खिलाड़ी साथ खेलेंगे तो उनका आत्‍मविश्‍वास बढ़ेगा। विदेशों में ऐसे खिलाड़ियों को साथ खेलने की जरूरत है। ऐसे में वो समझ पाएंगे कि क्‍या हो रहा है। हम भी अच्‍छे से इस बात का निर्णय ले पाएंगे कि उन्‍होंने क्‍या सीखा है। हमने इबादत में अपना समय निवेश किया है।”

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वाल्‍श ने कहा, “निर्णय लेने वाले लोगों को थोड़ा धैर्य रखने की जरूरत है। मैं हमेशा इसके पक्ष में रहता हूं। आपको अपने युवाओं को कुछ मौके देने ही होंगे ताकि वो सीख पाएं। अगर वो अपनी काबिलियत साबित नहीं कर पाते हैं तो हम उन्‍हें बदल सकते हैं।”