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Rohit Sharma ने खुलकर ही बायो-बबल की थकान पर बात, बोले- ऐसे में फैसले गलत हो जाते हैं..
IND vs AFG: Rohit Sharma का मानना है कि दो मैच खराब होने से पूरी टीम खराब नहीं हो जाती। वर्षों की मेहनत से ये टीम तैयार हुई है.
Written by India.com Staff
Last Published on - November 4, 2021 12:19 PM IST

India vs Afghanistan: सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारतीय टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा ने अफगानिस्तान के खिलाफ जीत के बाद लगातार हो रहे क्रिकेट के चलते मानसिक थकान पर खुलकर अपनी राय रखी. शर्मा जी का मानना है कि लंबे समय तक घर से दूर रहने के चलते ऐसा हो जाता है. उन्होंने कहा कि आज कल इतनी क्रिकेट हो रही है कि लगातार खेलने के कारण गलत फैसले हो जाते हैं. भारत को टी20 वर्ल्ड कप 2021 में भारत को अपने शुरुआती दोनों मैचों में शिकस्त झेलनी पड़ी. पहले पाकिस्तान ने हमें 10 विकेट से हराया. फिर न्यूजीलैंड ने भी हमें आठ विकेट से मात दी. भारत के बल्लेबाज रन बनाने में भी विफल साबित हुए.
रोहित शर्मा ने मैच के बाद प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान भारत की कमजोरी को स्वीकार किया. उन्होंने कहा, ‘‘इस मैच में रवैया अलग था. काश की पहले दो मैचों में भी हम ऐसा खेल पाते लेकिन ऐसा हुआ नहीं और लंबे समय से घर से बाहर रहने पर ऐसा होता है. कई बार फैसले गलत हो जाते हैं और पहले दो मैचों में भी यही हुआ.’’
India vs Afghanistan: शर्मा जी ने कहा ,‘‘आजकल इतनी क्रिकेट खेली जा रही है और हम इतनी क्रिकेट खेल रहे हैं. ऐसे में जब भी आप मैदान पर उतरते हैं तो सही फैसले लेने होते हैं. आपको यह सुनिश्चित करना होता है कि मानसिक रूप से आप तरोताजा रहें. यही वजह है कि हम कुछ अच्छे फैसले नहीं ले सकें. बहुत क्रिकेट खेलने पर ऐसी चीजें होती है. कई बार खेल से अलग होकर मानसिक रूप से तरोताजा होना पड़ता है. लेकिन जब आप विश्व कप खेल रहे हैं तो फोकस उसी पर होना चाहिये . आपको पता होना चाहिये कि क्या करना है और क्या नहीं .’’
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रोहित शर्मा ने कहा, ‘‘दो मैचों में हम अच्छा खेल नहीं सके लेकिन इसके यह मायने नहीं है कि हम रातोरात खराब खिलाड़ी हो गए. इसके यह मायने नहीं है कि सभी खिलाड़ी और खेल को चलाने वाले बेकार है. आप आत्ममंथन करके वापसी करते हैं और हमने यही किया. ऐसे हालात में आपको बेखौफ रहना होता है और बाहर क्या हो रहा है, उस पर ध्यान नहीं देना होता है. हमारी टीम बहुत अच्छी है जो बस दो मैचों में अच्छा नहीं खेल सकी.’’