14 मार्च 2021 (On This Day) ये वो दिन है जब भारत के दो युवा बल्लेबाज राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) और वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) ने वो कीर्तिमान स्थापित किया जिसे इसके बाद कोई अन्य भारतीय जोड़ी नहीं कर पाए. द्रविड-लक्ष्मण ने ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज कप्तान स्टीव वॉ (Steve Waugh) का ना सिर्फ गुरुर तोड़ा बल्कि ऑस्ट्रेलिया की टीम को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया. लगातार 15 टेस्ट मैच जीतकर कोलकाता के ईडन गार्डन पहुंची ऑस्ट्रेलिया की टीम पूरा दिन द्रविड़ और लक्ष्मण की जोड़ी को तोड़ने में लगी रही लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. दोनों ने बिना आउट हुए दिन भर में 335 रन जोड़कर टीम को संकट से बाहर निकाला.
लगातार 15 टेस्ट जीतकर भारत आई थी ऑस्ट्रेलियाई टीम
ये वो दौर था जब भारतीय टीम मैच फिक्सिंग के आरोपों से घिरी हुई थी. लोगों का क्रिकेट से विश्वास उठने लगा था. कप्तान सचिन तेंदुलकर लगातार फ्लॉप हो रहे थे और कप्तानी की कमान सौरव गांगुली को दी गई थी. इस बीच अपने सुनहरे दौर से गुजर रही ऑस्ट्रेलियाई टीम स्टीव वॉ की कप्तानी में लगातार 15 टेस्ट मैच जीतने के बाद भारत में तीन टेस्ट खेलने के लिए आई थी. ऑस्ट्रेलियाई टीम में एडम गिलक्रिस्ट, रिकी पोंटिंग, मार्क वॉ, शेन वॉर्न और ग्लेन मैक्ग्रा जैसे खिलाड़ी थी. इस टीम के आगे बड़ी बड़ी टीमें घुटने टेक चुकी थी.
मुंबई टेस्ट में कंगारुओं ने जीत से की शुरुआत
भारत में आने के बाद पहला मैच मुंबई में हुआ, जहां ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 10 विकेट से मैच बड़ी आसानी से जीत लिया. लगा मानों ऑस्ट्रेलिया का विजय रथ भारत में भी जारी रहने वाला है, पर ऐसा हुआ नहीं. 16 वां मैच जीतने के बाद कोलकाता के ईडन गार्डन में सीरीज का दूसरा मैच मैच शुरू हुआ तो पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 445 रन का स्कोर खड़ा कर डाला. हालांकि पहली इंनिंग में हरभजन सिंह ने हैट्रिक भी ली, लेकिन बल्लेबाजी करने आई भारतीय टीम तीसरे दिन 171 के स्कोर पर ही ढेर हो गई.
द्रविड़-लक्ष्मण कोलकाता में बने तारणहार
भारत को इस मैच में फॉलोऑन पर खेलना पड़ा. दूसरे पारी की शुरुआत भी भारत के लिए खास अच्छी नहीं रही. तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत का स्कोर 254/4 था. मैदान पर थे वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़. भारतीय टीम के सामने हार साफ नजर आ रही थी. फिर आया 14 मार्च 2001 का वो दिन, जिसमें द्रविड़ और लक्ष्मण की जोड़ी ने मैच की दशा और दिशा ही बदल दी. शेन वॉर्न, ग्लेन मैक्ग्रा जैसे बड़े गेंदबाज सारा दिन लगे रहे लेकिन दविड़-लक्ष्मण की जोड़ी को आउट नहीं कर पाए. चौथे दिन का खेल खत्म होने पर भारत का स्कोर 589/4 हो गया था. पांचवे दिन लक्ष्मण 282 और दविड़ 180 रन बनाकर आउट हुए. ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 384 रन का टार्गेट दिया गया, लेकिन कंगारू टीम 212 रन बनाकर ही ऑल आउट हो गई. इसके बाद तीसरा मैच भी भारत ने जीत कर सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया.