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ENG vs IND: हार के बाद गेंदबाजों के लिए दीवार बने गंभीर, नाम ले-लेकर किया बचाव

जसप्रीत बुमराह के बिना भारतीय गेंदबाजी की धार कैसी है यह लीड्स में साफ हो गया. इंग्लैंड को आखिरी दिन भारतीय गेंदबाजी आक्रमण 350 रन बनाने से नहीं रोक सका. और बेन स्टोक्स की टीम ने आसानी से 371 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया.

user-circle cricketcountry.com Written by Bharat Malhotra
Last Updated on - June 25, 2025 8:14 AM IST

लीड्स: लीड्स टेस्ट में भारत की हार की कई वजह रहीं. लेकिन एक कमी जो निकलकर सामने आईं वह टीम की गेंदबाजी रही. भारतीय गेंदबाजी की कमजोरी सीरीज के पहले ही मैच में साफ दिखी. लेकिन टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने आलोचकों से थोड़ा धैर्य रखने को कहा. उन्होंने कहा कि अगर हर मैच के बाद गेंदबाजी पर लेकर आलोचना की जाने लगेगी तो पेस अटैक बनाने में मुश्किल होगी.

जसप्रीत बुमराह, जिन्होंने इंग्लैंड की पहली पारी में पांच विकेट लिए,के अलावा कोई दूसरा गेंदबाज प्रभाव नहीं छोड़ पाया. दूसरी पारी में तो बुमराह ने भी कोई विकेट नहीं लिया और इंग्लैंड ने 371 रन का टारगेट पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया.

गंभीर ने कहा- गेंदबाजी आक्रमण में अनुभव की कमी

मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंगलवार को गंभीर ने कहा, ‘इस पेस अटैक में एक गेंदबाज ऐसा है जिसने चार टेस्ट मैच (प्रसिद्ध कृष्णा) खेले हैं. एक और है जिसने दो टेस्ट (हर्षित राणा) खेले हैं. और एक ऐसा है जिसने अभी तक कोई टेस्ट (अर्शदीप सिंह) नहीं खेला है.’

भारतीय कोच ने आगे कहा, ‘वनडे में यह बहुत ज्यादा मायने नहीं रखता लेकिन जब आप इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया का दौरा करते हैं, तो ये मुश्किल जगहें हैं. यह ऐसा है कि आपने उन्हें समुद्र में फेंक दिया. अगर आप हर टेस्ट मैच के बाद ही उन्हें लेकर राय बनाने लग जाएंगे तो उन्हें डेवलप कैसे किया जाएगा?’

गंभीर ने अपने गेंदबाजों का बचाव करते हुए कहा, ‘अगर हम बुमराह और सिराज को छोड़ दें तो हमारे पास ज्यादा अनुभव नहीं है. लेकिन हमें उनका साथ देना होगा क्योंकि उनके पास प्रतिभा है.’

महंगे प्रसिद्ध कृष्णा का किया बचाव

प्रसिद्ध कृष्णा ने इस मैच में पांच विकेट तो लिए लेकिन वह बहुत महंगे साबित हुए. दूसरी पारी में तो उन्होंने 20 ओवरों में 128 रन देकर तीन विकेट लिए. लेकिन गंभीर का मानना है कि इस पेसर ने अच्छा काम किया. उन्होंने कहा, ‘कृष्णा में एक अच्छा टेस्ट गेंदबाज बनने के सभी गुण हैं.’

गंभीर ने शार्दुल ठाकुर का भी बचाव किया जिन्होंने पूरे मैच में सिर्फ 16 ओवर फेंके. और पहली पारी में तो सिर्फ छह ओवर ही गेंदबाजी की. उन्होंने कहा, ‘कई बार कप्तान अपने दिल की सुनते हैं और रविंद्र जडेजा ने हमें पहली पारी में नियंत्रण दिया. यह अहम था. इस वजह से हम दूसरे छोर पर तीनों पेसर्स को रोटेट कर पाए.’

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उन्होंने कहा, ‘हम जानते हैं कि शार्दुल की खूबी क्या है और इसी वजह से वह भारत के लिए खेल रहा है और इस ड्रेसिंग रूम में है. सिर्फ इसलिए कि वह चौथे स्पिनर हैं जरूरी नहीं कि उन्हें किसी स्पिनर से पहले गेंदबाजी पर लाया जाए. कप्तान ने अपने दिल की सुनी और पिच की परिस्थिति देखते हुए फैसला लिया.’