मयंक मारकंडे © AFPइंडियन प्रीमियर लीग ने कई युवा भारतीय खिलाड़ियों को रातोंरात स्टार बनाया है। जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या, राशिद खान जैसे इन खिलाड़ियों की सूची में एक नया नाम शामिल हो गया है। मुंबई इंडियंस के मयंक मारकंडे अपने डेब्यू मैच में महेंद्र सिंह धोनी के साथ चेन्नई सुपर किंग्स के 3 बड़े बल्लेबाजों के विकेट लेकर चर्चा में आ गए। पंजाब के भटिंडा के रहने वाले 20 साल के मयंक के माता-पिता अपने बेटे को मिली सफलता से काफी खुश हैं।
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मयंक के बारे में बात करते हुए उनकी मां संतोष शर्मा ने कहा, “बचपन से वो केवल क्रिकेट ही खेलना चाहता था। आज भी अपने खाली समय में वो क्रिकेट ही खेलता है।” मयंक को आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में खेलता देख उनकी मां काफी गर्व महसूस करती हैं। उन्होंने कहा, “मैं बहुत खुश हूं कि मेरे बेटे को इतना बड़ा प्लेटफॉर्म मिला है।”
मयंक के पिता बिक्रम शर्मा ने बताया कि बचपन में मयंक उनके साथ घर की छत पर ही क्रिकेट खेलता था। क्रिकेट के लिए मयंक का जुनून देखकर उनके पिता ने उसे क्रिकेट अकादमी भेजने का फैसला किया। यहां से मयंक का सफर शुरू हुआ।
तेज गेंदबाज से स्पिनर कैसे बने मयंक
कोच महेश इंदर सिंह सोढ़ी ने बताया कि मयंक शुरूआत में तेज गेंदबाजी करता था। उन्होंने कहा, “वो तेज गेंदबाजी करता था लेकिन बीच बीच में वो बैक ऑफ द हैंड स्लोअर गेंद डालता था, कुछ वैसे ही जैसे गुगली करते हैं। जिसके बाद मैने सोचा कि उसे राइट ऑर्म लेग ब्रेक गेंदबाज बना दें तो ये बहुत आगे जाएगा। क्योंकि गुगली तो इसके पास पहले से ही है।”
आईपीएल में मयंक के पहला विकेट लेने के बाद माता-पिता और कोच की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मयंक के कोच ने कहा, “उसने महेंद्र सिंह धोनी का विकेट लिया, जिसे गेंदबाजी करने से दुनिया डरती है। मैं बहुत खुश था जब उसने धोनी का विकेट लिया।”