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16 साल की उम्र से अक्षय कारनेवार कर रहे हैं दोनों हाथों से गेंदबाजी

16 साल की उम्र से अक्षय कारनेवार कर रहे हैं दोनों हाथों से गेंदबाजी

विदर्भ और शेष भारत के बीच ईरानी ट्रॉफी मैच में अक्षय कारनेवार ने दोनों हाथों से गेंदबाजी की।

Updated: February 14, 2019 9:07 PM IST | Edited By: Sandeep Gupta
विदर्भ के ऑलराउंडर अक्षय कारनेवार (Akshay Karnewar) ने शेष भारत के खिलाफ (Rest of India vs Vidarbha) ईरानी कप (Irani Cup) के मुकाबले में दोनों हाथों से गेंदबाजी करके सबको चौंका दिया। देखने वालों के लिए यह नई बात लगी लेकिन अक्षय 16 साल की उम्र से ही दोनों हाथों से गेंदबाजी कर रहे हैं। बीते 10 साल में उन्होंने प्रथम श्रेणी, लिस्ट ए और टी-20 मैचों में कई मौकों पर दोनों हाथों से गेंदबाजी की है।

अहम बात यह है कि अक्षय हालात की जरूरत के हिसाब से दोनों हाथों से गेंदबाजी का चयन करते हैं। वैसे स्वाभाविक तौर पर वह लेफ्ट आर्म स्पिनर हैं लेकिन जब कोई बाएं हाथ का बल्लेबाज उनके सामने होता है तो वह राइट आर्म स्पिन गेंदबाजी करना पसंद करते हैं।

अक्षय को बीते 10 साल से करीब से जानने वाले विदर्भ क्रिकेट संघ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ईएएनएस को बताया कि महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पांडरकावड़ा गांव के निवासी अक्षय एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम में ड्राइवर थे, जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं।

हालात से लड़कर अक्षय ने साढ़े पंद्रह साल की उम्र में नागपुर के नवकेतन क्रिकेट क्लब में पंजीकरण कराया। यह नागपुर के 10 ए-डिवीजन क्लबों में से एक है, जिसमें ज्यादातर रणजी खिलाड़ी खेला करते हैं। नवकेतन सालों से विदर्भ को रणजी खिलाड़ी देता रहा है।

अक्षय ने 2016 में केरल में सैयद मुश्ताक अली टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान पहली बार किसी बड़े मैच में दोनों हाथों से गेंदबाजी की थी, तब उन्होंने काफी सुर्खियां बटोरी थीं। अक्षय अंपायर को पहले इसकी जानकारी देते हैं और अंपायर उनके एक्शन में बदलाव की जानकारी बल्लेबाज को दे देते हैं।

अक्षय ने नागपुर में बुधवार को शेष भारत एकादश की पारी के 63वें ओवर में दोनों हाथों से गेंदबाजी की। बीसीसीआई ने अपने आधिकारिक वेबसाइट पर कारनेवर की गेंदबाजी वीडियो शेयर किया है।

26 वर्षीय कारनेवार ने अपनी गेंदबाजी पर शेष भारत के स्टार गेंदबाज श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को एलबीडब्‍ल्‍यू आउट भी किया। कारनेवार ने 15 ओवर में 50 रन देकर एक विकेट अपने नाम किया।

कारनेवार ने जहां दूसरे दिन दोनों हाथों से गेंदबाजी कर सुर्खियां बटोरीं तो वहीं उन्होंने तीसरे दिन विदर्भ के लिए शानदार शतकीय पारी खेली। कारनेवर ने 133 गेंदों पर 102 रन बनाए जिसमें उन्होंने 13 चौके और दो छक्के भी लगाए।

कारनेवार की इस शतकीय पारी के दम पर विदर्भ ने तीसरे दिन गुरुवार को अपनी पहली पारी में 425 रन का स्कोर बनाया और 95 रनों की बढ़त हासिल कर ली है।
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