Devbrat Bajpai
देवब्रत वाजपेयी क्रिकेटकंट्री हिंदी के साथ senior correspondent के पद पर कार्यरत हैं
Written by Devbrat Bajpai
Last Updated on - October 24, 2016 12:39 AM IST
नमस्कार, आदाब! क्रिकेटकंट्री की लाइव कवरेज में आपका स्वागत है। भारत और न्यूजीलैंड के बीच मोहाली में वनडे सीरीज का यह तीसरा वनडे मैच है। हम इस मैच की पल- पल की अपडेट से आपको रूबरी कराएंगे। मोहाली में खेले जाने वाले तीसरे वनडे के लिए जब टीम इंडिया मैदान पर उतरेगी तो उनका ध्यान दिल्ली में मिली हार का बदला चुकाने पर होगा। ताकि वे श्रृंखला में एक बार फिर से 2-1 से बढ़त बना सकें। मोहाली की विकेट भारत की सबसे तेज विकटों में से एक है। ऐसे में कीवी गेंदबाज इस पिच से मदद की आस जरूर लगाए बैठे होंगे। पांच मैचों की सीरीज के पहले मैच में भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को 6 विकेट से हराते हुए 1-0 से बढ़त दे ली थी। लेकिन दिल्ली वनडे में स्कोर को चेज करते हुए भारतीय बल्लेबाजी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई और 243 के स्कोर का पीछा करते हुए टीम इंडिया 6 रनों से मैच हार गई। इस जीत के साथ कीवी टीम का भरोसा भी काफी बढ़ा होगा क्योंकि भारतीय सरजमीं पर भारत के खिलाफ उन्होंने यह जीत साल 2003 के बाद हासिल की है। भारत बनाम न्यूजीलैंड, तीसरा वनडे, लाइव स्कोर जानने के लिए क्लिक करें…
मोहाली के मैदान पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड मिला जुला है। इस पिच पर टीम इंडिया ने अब तक कुल 13 वनडे मैच खेले हैं जिनमें उन्हें 8 में जीत और 5 में हार का सामना करना पड़ा है। 2011 विश्व कप में भारत ने इस मैदान पर खेले गए दोनों के दोनों मैचों में जीत दर्ज की थी। इस लिहाज से यह मैदान भारत के लिए अहम मुकाबलों में बेहतर रहा है। उम्मीद है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में भी टीम इंडिया इस मैदान पर जीत दर्ज कर पाएगी।
दूसरे वनडे मैच में विराट कोहली के असफल होने के बाद से टीम इंडिया के मध्यक्रम की पोल खुल गई है। दूसरे वनडे में कोहली के साथ अन्य भारतीय बल्लेबाज बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहे। टीम की ओर से केदार जाधव ने सर्वाधिक 37 गेंदों में 41 रनों की पारी खेली। वहीं एमएस धोनी शुरू से अंत तक अपनी 65 गेंदों में 39 रनों की पारी के दौरान जूझते नजर आए। वहीं अजिंक्य रहाणे तीसरे अंपायर के खराब निर्णय का शिकार बने जब उन्हें 28 रनों के निजी स्कोर पर आउट होकर जाना पड़ा। हालांकि, अंतिम ओवरों में हार्दिक पांड्या और उमेश यादव ने कुछ देर तक किला लड़ाने की जरूर कोशिश की लेकिन पांड्या के आउट होते ही टीम इंडिया की रही- सही उम्मीदें भी खत्म हो गईं।
दिल्ली वनडे की जीत तो न्यूजीलैंड टीमके दृष्टिकोण से देखें तो यह कोई विस्तृत जीत नहीं थी। क्योंकि यह मुख्य रूप से कप्तान केन विलियमसन के शतक पर ही निर्भर नजर आई। वहीं रहा- सहा काम तीन तेज गेंदबाजों की तिकड़ी ने कर डाला। दूसरे वनडे में पहले ओवर में मार्टिन गप्टिल के आउट होते ही कीवी टीम ने शुरुआत पिर से खराब की थी। लेकिन दूसरे विकेट के लिए लेथम और विलियमसन की साझेदारी टीम के लिए संजीवनी साबित हो गई और उन्होंने बड़े स्कोर की ओर यहीं से कदम बढ़ा दिए। हालांकि, विलियमसन और लेथम के अलावा और कोई कीवी बल्लेबाज खास नहीं कर सका और अन्य बल्लेबाज तू चल मैं आता हूं कि तर्ज पर बल्लेबाजी करते नजर आए। यह कहानी दूसरे वनडे की नहीं है। यही कहानी पहले वनडे की भी थी। ऐसे में भारतीय टीम को विलियमसन और लेथम पर नकेल कसने की जरूरत है। अगर टीम इंडिया इन दोनों बल्लेबाजों को जल्दी आउट कर पाती है तो मैच में जल्दी अपनी पकड़ बना पाएगी।
तीसरे वनडे में क्या कप्तान धोनी को शुरू के दोनों वनडे वाली टीम के साथ मैदान में उतरना चाहिए या फिर टीम में बदलाव की गुंजाइश है? हम यहां पर खिलाड़ियों के प्रदर्शन की बात नहीं कर रहे हैं। बल्कि आने वाले समय में लंबे सीजन को लेकर टीम इंडिया की रणनीति पर प्रकाश डाल रहे हैं। आपको बता दें कि आने वाले समय में टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट, 3 वनडे और 3 टी20 के साथ ऑस्ट्रेलिया और बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज भी खेलनी है। ऐसे में क्या दिग्गज भारतीय खिलाड़ी बिना आराम किए ही लगातार क्रिकेट खेलते रहेंगे। जाहिर है कि कप्तान धोनी और टीम मैनेजमेंट को अभी से इस संबंध में सोचना शुरू करना होगा। अंतिम तीन वनडे मैचों के लिए टीम इंडिया के अंतिम एकादश से अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे बड़े खिलाड़ियों को कुछ समय के लिए आराम दे देना चाहिए।
पहले तीन वनडे मैचों के लिए रविंद्र जडेजा, आर. अश्विन और मोहम्मद शमी को आराम दिया गया था। जाहिर है कि टीम मैनेजमेंट को अब अपनी सुई बल्लेबाजों की ओर घुमानी चाहिए। इससे टीम इंडिया को दोहरा फायदा होगा। एक तो वरिष्ठ खिलाड़ियों को कुछ दिन आराम करने का मौका मिल जाएगा और दूसरा कुछ नए खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी निगाह दौड़ाई जा सकेगी जो 2017 में शुरू हो रही चैंपियंस ट्रॉफी के लिए बेहद जरूरी भी है। गौर करने वाली बात है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ बचे 3 वनडे मैचों को मिलाकर टीम इंडिया को चैंपियंस ट्रॉफी के पहले कुल 6 वनडे मैच ही खेलने हैं। ऐसे में जो भी प्रयोग करना है तो यहीं करना होगा। ऐसे में अगर वरिष्ठ खिलाड़ियों को आराम दिया जाता है तो टीम में कुछ और प्रयोग भी किए जा सकेंगे। जो लंबे लाभ को देखते हुए टीम केलिए बेहद महत्वपूर्ण है।
जैसे पहले दो वनडे मैचों में असफल रहने वाले मनीष पांडे को भी कुछ और मौके दिए जा सकेंगे। पांडे भले ही पहले दोनों वनडे मैच में छोटे स्कोर पर आउट हो गए। लेकिन जिस तरह की शुरुआत उन्होंने की थी उसे देखकर लग रहा था कि वह गेंदों को भली भांति पढ़ रहे हैं। ऐस में अगर उन्हें एकाध मैच में और मौका मिलता है तो वह कमाल दिखा सकते हैं। पिछले दो मैचों को छोड़ दें तो मनीष का वनडे रिकॉर्ड जबरदस्त है। उन्होंने अब तक 9 मैचों में खेलते हुए 6 पारियों में बल्लेबाजी की है और 55.25 की औसत से 221 रन बनाए हैं। जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है। पांडे में प्रतिभा कूट- कूटकर भरी है। वह इस बात को हाल फिलहाल में कई बार सिद्ध भी कर चुके हैं। ऐसे में उन्हें एकाध मौके और दिए जाने चाहिए। लेकिन ये तभी संभव हो पाएगा जब शीर्ष खिलाड़ियों को आराम दिया जा सके।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं
भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान एवं विकेटकीपर), विराट कोहली, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, मनीष पांडे, सुरेश रैना, हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, जयंत यादव, अमित मिश्रा, जसप्रीत बुमराह, धवल कुलकर्णी, उमेश यादव, मनदीप सिंह, केदार जाधव।
न्यूजीलैंड: केन विलियमसन(कप्तान), कोरी एंडरसन, ट्रेंट बोल्ट, डग ब्रेसवेल, अंतनों देवचिच, मार्टिन गप्टिल, मैट हेनरी, टॉम लैथम, जिमी नीशाम, ल्यूक रॉन्की(विकेटकीपर), मिशेल सेंटनर, ईश सोढ़ी, टिम साउथी, रॉस टेलर , बीजे वाटलिंग(विकेटकीपर)।
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