This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
भारत दौरे से पहले विवादों में घिरे बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन
बांग्लादेश की टीम भारत के खिलाफ सीरीज के लिए जल्द ही उड़ान भरने वाली है
Written by Press Trust of India
Last Published on - October 26, 2019 3:15 PM IST

बांग्लादेश के घरेलू क्रिकेटरों को भले ही खिलाड़ियों के विरोध से फायदा मिल रहा हो लेकिन उनके राष्ट्रीय कप्तान शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) को एक दूरसंचार कंपनी से करार भारी पड़ सकता है क्योंकि केंद्रीय अनुबंध के उल्लंघन के कारण बोर्ड उन पर कानूनी कार्रवाई पर विचार कर रहा है।
पढ़ें: AUSvSL: चोटिल एंड्रयू टाई टी20 सीरीज से बाहर, इस तेज गेंदबाज को मिला मौका
बांग्लादेश की टीम अगले कुछ दिनों में भारत के लिए रवाना होगी जहां उसे टी-20 और टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) का यह कदम निश्चित रूप से टीम के मनोबल को प्रभावित कर सकता है।
‘क्रिकबज’ की एक रिपोर्ट के अनुसार शाकिब ने दूरसंचार कंपनी ‘ग्रामिणफोन’ के साथ एक करार पर हस्ताक्षर किए हैं जो केंद्रीय अनुबंध नियम का उल्लंघन है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘बीसीबी अध्यक्ष नजमुल हसन ने कहा कि अगर वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाते हैं तो वे कड़ा कदम उठाएंगे। स्थानीय टेलीकॉम कंपनी ‘ग्रामीणफोन’ ने 22 अक्टूबर को घोषणा की कि देश का शीर्ष ऑलराउंडर उनका ब्रांड दूत बना है।’
बीसीबी अध्यक्ष नजमुल हसन ने शनिवार को बंगाली दैनिक ‘कालेर कांठो’ से कहा, ‘वह ऐसा करार नहीं कर सकते जो हमारे अनुबंध में स्पष्ट है।’
पढ़ें: मिताली के क्लब में शामिल हुईं मंधाना, पुरुषों में बुमराह नेे मारी बाजी
उन्होंने कहा, ‘रोबी (टेलीकॉम) हमारा टाइटल प्रायोजक था और ग्रामिणफोन ने बोली नहीं लगाई और इसके बजाय उसने कुछ क्रिकेटरों को पैसे देकर करार कर लिया। लेकिन इससे बोर्ड को नुकसान हुआ।’
TRENDING NOW
हसन ने कहा, ‘हम कानूनी कार्रवाई के बारे में विचार कर रहे हैं। इस संबंध में हम किसी को भी नहीं छोड़ सकते। हम मुआवजे की मांग करेंगे। हम कंपनी के साथ-साथ खिलाड़ी से भी मुआवजे की मांग करेंगे।’