This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
जम्मू एवं कश्मीर के युवाओं को ट्रेनिंग देंगे सुरेश रैना; डीजीपी से खेल को बढ़ावा देने पर चर्चा की
पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना कश्मीर डिविजन और जम्मू डिविजन में पांच-पांच अकादमियां खोलना चाहते हैं
Written by India.com Staff
Last Published on - September 19, 2020 9:43 AM IST

पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना (Suresh Raina) ने जम्मू कश्मीर के युवा खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने फैसला किया है। रैना ने शुक्रवार को जम्मू एवं कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा को फोन किया। रैना के इस कदम की तारीफ करते हुए सिन्हा ने कहा, खेल और शिक्षा के माध्यम से हम जम्मू एवं कश्मीर के युवाओं को नई दिशा दे सकते हैं।
रैना कश्मीर डिविजन और जम्मू डिविजन में पांच-पांच अकादमियां खोलना चाहते हैं। वो यहां के युवा खिलाड़ियों खासकर दूर-दराज के इलाकों से आने वाले युवाओं को प्रशिक्षण देंगे। रैना ने कहा कि प्रतिभाशाली युवाओं को परखा जाएगा और उन्हें पेशेवर लोगों द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि यह लोग अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेल सकें।
साथ ही रैना ने जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह से मुलाकात कर केन्द्र शासित प्रदेश के युवाओं के खेल कौशल में सुधार करने की योजना पर चर्चा की।
पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘प्रसिद्ध (पूर्व) अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सुरेश रैना ने जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह से आज (शुक्रवार) को पुलिस मुख्यालय (पीएसक्यू) में मुलाकात की और पुलिस की उन योजनाओं की चर्चा कि जिसमें स्थानीय युवाओं के खेल कौशल को प्रोत्साहित किया जा रहा है।’’
उन्होंने कहा कि डीजीपी ने पूर्व क्रिकेटर को पीएचक्यू आने के लिए धन्यवाद दिया और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर युवाओं के लिए सेवा देने की उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की।
TRENDING NOW
रैना ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के युवाओं के बीच खेल को बढ़ावा देना चाहते हैं। पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने कहा कि वो प्रदेश के स्कूलों, कॉलेजों और ग्रामीण क्षेत्रों सहित विभिन्न हिस्सों से प्रतिभाशाली युवाओं या बच्चों का मार्गदर्शन करना चाहते हैं। वो इससे पहले क्रिकेट को बढ़ावा देने और खास कर गरीब बच्चों की प्रतिभा की पहचान के लिए डीजीपी को पत्र भी लिख चुके हैं।