तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर की तूफानी गेंदबाजी की मदद से इंग्लैंड ने तीसरे एशेज टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया को गुरुवार को पहली पारी में 179 रन पर समेट दिया।
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अपना दूसरा टेस्ट मैच खेल रहे आर्चर ने 45 रन देकर छह विकेट लिए। यह उनके करियर का पहला अवसर है जबकि उन्होंने टेस्ट मैचों में पांच या इससे अधिक विकेट हासिल किए। उनके अलावा स्टुअर्ट ब्रॉड ने दो तथा क्रिस वोक्स और बेन स्टोक्स ने एक-एक विकेट लिया।
स्टीवन स्मिथ के बिना खेल रहे ऑस्ट्रेलिया ने टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर दो विकेट जल्दी गंवा दिए जिसके बाद डेविड वार्नर (61) और मार्नस लाबुशेन (74) ने तीसरे विकेट के लिए 111 रन जोड़कर स्थिति संभाली। इन दोनों के अलावा केवल कप्तान टिम पेन (11) ही दोहरे अंक में पहुंचे।
ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। आर्चर ने चौथे ओवर में ही मार्कस हैरिस (आठ) को विकेट के पीछे कैच कराया जबकि ब्रॉड ने उनका स्थान लेने के लिये उतरे उस्मान ख्वाजा (आठ) को पवेलियन भेजा जिससे स्कोर दो विकेट पर 25 रन हो गया।
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बारिश के व्यवधान के बीच वार्नर और लाबुशेन ने अच्छी जिम्मेदारी संभाली। इन दोनों ने 23 ओवर तक कोई विकेट नहीं गिरने दिया और इस बीच शतकीय साझेदारी भी निभाई। आखिर में आर्चर की लगभग 90 मील प्रतिघंटे की रफ्तार से गई गेंद वार्नर के बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो के दस्तानों में पहुंची जिससे यह साझेदारी टूटी। वार्नर ने 94 गेंदों का सामना किया और सात चौके लगाए।
इसके बाद ब्रॉड ने ट्रेविस हेड और आर्चर ने मैथ्यू वेड की गिल्लियां बिखेरी। ये दोनों खाता भी नहीं खोल पाए। इससे स्कोर दो विकेट 136 रन से पांच विकेट पर 139 रन हो गया।
क्रिस वोक्स ने कप्तान पेन को भी ज्यादा देर तक नहीं टिकने दिया। स्मिथ की जगह टीम में लिए गए लाबुशेन ने पिछले मैच की तरह जिम्मेदारी भरी पारी खेली। उन्हें स्टोक्स ने एलबीडब्ल्यू आउट किया। लाबुशेन ने नौवें बल्लेबाज के रूप में पवेलियन लौटने से पहले 129 गेंदें खेली तथा दस चौके लगाए।