टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज पर 2-0 से कब्जा किया। दोनों ही टेस्ट मैच तीसरे दिन ही खत्म हो गए। हैदराबाद टेस्ट में उमेश यादव ने 10 विकेट हॉल अपने नाम कर मैन ऑफ द मैच बने। उमेश से पहले केवल जवागल श्रीनाथ और कपिल देव ही ऐसे भारतीय तेज गेंदबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 10 विकेट हॉल अपने नाम किया है।
इस शानदार प्रदर्शन को लेकर लगातर उमेश यादव की तारीफ हो रही है। उमेश के कोच सुब्रतो बनर्जी भी अपने स्टूडेंट के इस लाजवाब प्रदर्शन से काफी खुश हैं। 10 विकेट हॉल अपने नाम करने के बाद से ही कोच के पास भी लगातार बधाईयों भरे फोन आने का सिलसिला जारी है। उमेश 19 साल की उम्र में पहली बार सुब्रताे बनर्जी से विदर्भ क्रिकेट अकादमी में मिला था।
क्रिकेट कंट्री इंग्लिश टीम से बातचीत के दौरान बनर्जी ने बताया कि उमेश ने 10 विकेट हॉल अपने नाम करने के बाद मुझे फोन किया था। उसने कहा सर मैं ये कारनामा करना चाहता था और आज मैंने ये कर दिखाया है।” वो ऐसा करने के लिए पागल था। उसने टेस्ट क्रिकेट में 10 विकेट हॉल अपने नाम करने की मन में ठानी हुई थी।
सुब्रतो बनर्जी ने कहा, “उमेश दोनों इनिंग में पांच-पांच विकेट लेकर एक मैच में 10 विकेट हॉल अपने नाम करना चाहता था। मैंने कभी उसके अंदर नकारात्मकता नहीं देखी। वो मुझे कहता था कि सर मैं ले लूंगा विकेट। उसकी ये अप्रोच मुझे काफी पसंद है।”
हैदराबाद टेस्ट की पहली पारी में उमेश यादव ने छह और दूसरी पारी में चार विकेट अपने नाम किए। पिछले कुछ समय में उमेश यादव भारतीय टेस्ट क्रिकेट में पहली पसंद नहीं रहे हैं। भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा को उमेश से ज्यादा तरजीह दी जाती है।
कप्तान को उमेश को आजादी देनी चाहिए
कोच ने कहा, “उमेश में क्षमता की कोई कमी नहीं है, ये बात सभी जानते हैं। उमेश उसी तरह से गेंदबाजी करता है जैसे कप्तान उन्हें करने के लिए कहते हैं। कप्तान को उसे आजादी देते हुए कहना चाहिए कि बिंदास होकर गेंद डाल। कुछ रन पड़ते भी हैं तो उसकी चिंता मत कर।”
बनर्जी ने कहा, “वो लंबे समय तक गेंदबाजी करने की क्षमता रखता है। ऐसे में हर वक्त एक दम सटीक रह पाना संभव नहीं होता। कुछ स्पेल के दौरान वो अपनी दिशा से भटक जाता है। अगर उसे कप्तान का समर्थन मिलेगा तो वो अच्छा प्रदर्शन कर सकता है।”
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बनर्जी ने कहा, “उमेश ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए फिट है। उमेश मैक्ग्रा की तरह का गेंदबाज नहीं है। वो एक ही जगह बार-बार गेंदबाजी नहीं कर सकता है। उमेश अपनी गेंद से बल्लेबाज को सरप्राइज कर सकता है। आप पाएंगे कि वो पहले स्पेल के दौरान जिस तरह से गेंदबाजी कर रहा था दूसरे स्पेल में वो उससे पूरी तरह से अलग है।”
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