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करोड़ों के खिलाड़ी और बदली हुई जर्सी भी नहीं बदल पाए राजस्थान के भाग्य
आईपीएल के 12वें एडिशन में राजस्थान रॉयल्स टीम 7वें स्थान पर रही।
Written by Kamlesh Rai
Last Updated on - May 14, 2019 8:22 PM IST

पहले सीजन की चैंपियन राजस्थान रॉयल्स टीम के खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें सीजन में गुलाबी जर्सी पहनकर मैदान में पूरे जोश के साथ उतरे थे। टीम में युवा और अनुभव जोश का मिश्रण था बावजूद इसके इंटरनेशनल स्टार खिलाड़ियों से सजी ये टीम उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई।
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आठ टीमों के बीच राजस्थान की टीम 7वें स्थान पर रही। इंग्लैंड के अनुभवी स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ की वापसी, इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स और युवा जोफ्रा आर्चर की मौजूदगी से टीम लीग शुरू होने से पहले बेहद संतुलित लग रही थी।
राजस्थान की टीम शुरुआती 6 में से एक मैच ही जीतने में सफल रही थी। इसके बाद से पैडी उप्टन की कोचिंग में खेलने वाली ये टीम वापसी करने में असफल रही। टूर्नामेंट के बीच में ही बटलर, स्टोक्स और आर्चर को स्वदेश लौटने पर टीम को तगड़ा झटका लगा। खासतौर पर स्टोक्स के खराब फॉर्म और पेस अटैक से राजस्थान की टीम पूरे टूर्नामेंट में जूझती रही।
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राजस्थान के लिए 17 वर्षीय रियान पराग और श्रेयस गोपाल ने अच्छा प्रदर्शन किया। इस आईपीएल में राजस्थान ने 14 मैच खेले जिसमें से उसे 5 में जीत मिली जबकि 8 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा। एक मुकाबला बारिश की वजह से रद्द हो गया था। राजस्थान की टीम के 11 अंक रहे।
कोलकाता और हैदराबाद को हराकर प्लेऑफ की दौड़ में कायम रखा
राजस्थान के लिए अच्छी बात ये रही कि उसने लीग में कुल 14 मैच खेले जिसमें से उसने एक बार लगातार दो मैच जीते। टीम ने कोलकाता नाइटराइडर्स को तीन विकेट से जबकि सनराइजर्स हैदराबाद को 7 विकेट से हराकर खुद को प्लेऑफ की दौड़ में बनाए रखा था। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
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इसके बाद उसे अन्य टीमों के परिणामों पर निर्भर रहना पड़ा था। इन दोनों मैचों में राजस्थान की बल्लेबाजी शानदार रही थी। कोलकाता के खिलाफ पराग ने बेहतरीन बल्लेबाजी की थी जबकि आर्चर ने शानदार गेंदबाजी का नमूना पेश किया था। हैदराबाद के खिलाफ राजस्थान के टॉप आर्डर ने टूर्नामेंट की बेस्ट गेंदबाजी अटैक का डटकर मुकाबला किया था।
बतौर कप्तान फ्लॉप रहे अजिंक्य रहाणे
आईपीएल के इस सीजन में अजिंक्य रहाणे ने राजस्थान रॉयल्स की शुरुआती 8 मुकाबलों में कप्तानी की। इस दौरान टीम केवल 2 मैच ही जीत पाई। रहाणे बतौर कप्तान बल्ले से भी फ्लॉप रहे और जैसे ही उनसे कप्तानी छिनी उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ जयपुर में नाबाद शतक (105) ठोक दिया।
बतौर कप्तान रहाणे ने 7 मैचों में 27, 70, 0, 22, 5, 37 और 26 का स्कोर किया। राजस्थान की ओर से रहाणे ने 137.89 के स्ट्राइक रेट से सर्वाधिक 393 रन बनाए जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है।
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वहीं स्टीवन स्मिथ के कप्तान बनने के बाद उनकी बल्लेबाजी में शानदार सुधार हुआ और उन्होंने बतौर कप्तान दो मैचों में अर्धशतक भी जड़ दिए। बॉल टैंपरिंग विवाद के बाद पिछले सीजन आईपीएल में नहीं खेलने वाले स्मिथ ने इस सीजन राजस्थान की 5 मैचों में कप्तानी जिसमें से 3 में टीम को जीत मिली जबकि एक मैच रद्द हो गया।
गोपाल ने किया प्रभावित
बेशक राजस्थान की टीम ने इस सीजन अच्छा प्रदर्शन नहीं किया लेकिन उसके कुछ खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से फैंस का जमकर मनोरंजन किया। लेग स्पिनर श्रेयस गोपाल ने 17.35 की औसत से कुल 20 विकेट अपने नाम किए। इस दौरान उनकी गेंदबाजी इकोनोमी 7.22 रही।
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गोपाल ने इस सीजन रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ हैट्रिक भी पूरी की। उनकी हैट्रिक में कप्तान विराट कोहली, एबी डीविलियर्स और मार्कस स्टोइनिस जैसे धाकड़ बल्लेबाजों के विकेट शामिल थे। गोपाल ने टूर्नामेंट में कोहली और डीविलियर्स जैसे दिग्गजों को दो-दो बार आउट किया। इस लेग स्पिनर का बेस्ट गेंदबाजी प्रदर्शन 12 रन देकर 3 विकेट रहा। हालांकि उन्हें दूसरे छोर से अन्य गेंदबाजों की मदद नहीं मिली।
विकेटकीपर जोस बटलर ने इस सीजन 8 मैच खेले। बटलर ने 150 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से कुल 311 रन बनाए। उनके बल्ले से 3 अर्धशतक निकले।
इन खिलाड़ियों ने किया बेहद निराश
इस सीजन इंग्लैंड के अनुभवी ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने 9 मैच खेले। इस दौरान उनका सिर्फ एक कैच सुर्खियों में रहा जो उन्होंने चेन्नई सुपरकिंग्स के बल्लेबाज केदार जाधव का बैकवर्ड प्वाइंट पर लपका था। स्टोक्स ने 20.50 के साधारण औसत से कुल 123 रन जुटाए। गेंदबाजी में भी वो छाप छोड़ने में असफल रहे। स्टोक्स ने 31.50 के औसत से महज 6 विकेट ही ले सके।
नीलामी में सबसे महंगे 8.4 करोड़ में बिकने वाले तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने भी राजस्थान को निराश किया। उनादकट की गेंदबाजी इकॉनमी 10.66 रही। उनादकट को खराब फॉर्म की वजह से टीम से ड्रॉप भी किया गया।
बड़ी खोज रहे रियान पराग
राजस्थान रॉयल्स के लिए इस सीजन की सबसे बड़ी खोज रियान पराग रहे जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग से सभी को प्रभावित किया। उनके आत्मविश्वास की दिग्गजों ने जमकर प्रशंसा की। इस युवा बल्लेबाज ने 5 मैचों में 32 के औसत से 160 रन बनाए।
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पराग को महज 17 साल 152 दिन की उम्र में आईपीएल डेब्यू करने का मौका मिला। असम के रहने वाले पराग बड़े प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं जो बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी भी करते हैं।