Gunjan Tripathi
गुंजन त्रिपाठी क्रिकेटकंट्री हिंदी की रिपोर्टर हैं
Written by Gunjan Tripathi
Last Published on - February 13, 2017 4:26 PM IST
भारत बनाम बांग्लादेश टेस्ट मैच टीम इंडिया ने 208 रनों से जीत लिया है। हैदराबाद के राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए इस मैच में भारत ने शुरू से ही पकड़ बनाई हुई थी। हालांकि मेहमान टीम के कुछ खिलाड़ियों ने अच्छी कोशिश की लेकिन मैच ड्रॉ कराने में नाकाम रहे। विराट कोहली की कप्तानी में यह लगातार 19वां टेस्ट मैच था जो भारत ने जीता है। इसी के साथ कोहली ने कई पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए। भारत के दिए 459 रनों के लक्ष्य के जवाब में मेहमान टीम 250 रन पर ही ऑल आउट हो गई। सलामी बल्लेबाज सौम्य सरकार (42) और महमुदुल्लाह (64) ने बढ़िया बल्लेबाजी की। साथ ही कामरुल इस्लाम भी काफी देर तक बांग्लादेशी प्रशंसकों की उम्मीद बांधे रहे। भारत की ओर से स्पिन जोड़ी अश्विन-जडेजा ने चार-चार विकेट लिए।
वहीं हैदराबाद टेस्ट के पांचवे और आखिरी दिन एक चीज और जो कि सकारात्मक दिखी वही थी इशांत शर्मा की गेंदबाजी। यह भारतीय तेज गेंदबाज आज बढ़िया लय में दिखा, स्पिन मददगार इस पिच को इशांत ने बेहतरीन तरीके से इस्तेमाल किया। अपने 13 ओवर के स्पेल में उन्होंने 3.08 की इकॉनामी रेट से 40 रन देकर दो विकेट चटकाए। इशांत का यह प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में काम आएगा। वहीं अगर कोहली की टेस्ट कप्तानी की बात करें तो यह उनकी 19वीं जीत है। कोहली ने लगातार 19 टेस्ट मैच जीतकर सुनील गावस्कर का लगातार 18 टेस्ट मैच जीतने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। कोहली सबसे ज्यादा (19) लगातार टेस्ट मैच जीतने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। वहीं विश्व क्रिकेट में वह क्लाइव लॉयड(26: 1982-84), रिकी पॉन्टिंग (22: 2005-07), आर इलिंगवर्थ (19: 1969-71) के बाद चौथे स्थान पर आ गए हैं। कोहली में वह क्षमता है कि वह इन तीनों खिलाड़ियों को पीछे छोड़ विश्व क्रिकेट में सबसे ज्यादा लगातार टेस्ट मैच जीतने वाले कप्तान बन सकते हैं। अभी उनके सामने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जाने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज है। यह सीरीज 4-0 से जीतकर कोहली पॉन्टिंग को पीछे छोड़ सकते हैं। ये भी पढ़ें: भारत बनाम बांग्लादेश: भारत ने 208 रनों से जीता हैदराबाद टेस्ट
हारने के बावजूद बांग्लादेशी टीम ने इस मैच में ऐसा रिकॉर्ड बनाया है जो न्यूजीलैंड और इंग्लैंड भी नहीं बना सकी। बांग्लादेश ऐसी पहली टीम है जिसने भारतीय जमीं पर चौथी पारी में 100 से ज्यादा ओवर खेले। साथ ही मेहमान टीम ऐसी तीसरी टीम है जिसने भारत के खिलाफ चौथी पारी में 250 रन बनाए हैं। इससे पहले साल वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड तीन-तीन बार यह कारनामा कर चुके हैं। हालांकि बांग्लादेश ने पहली बार यह मुकाम हासिल कर 14 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले साल 2003 में आखिरी बार अहमदाबाद टेस्ट में न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ चौथी पारी में 272/6 रन बनाए थे। तब से अब तक भारतीय गेंदबाजों ने किसी टीम को चौथी पारी मे 250 के आंकड़े तक पहुंचने नहीं दिया। ये भी पढ़ें: भारत बनाम बांग्लादेश टेस्ट दूसरा दिन: विराट कोहली की धमाकेदार पारी पर ट्विटर प्रतिक्रिया
इस मैच डीआरएस एक बड़ा कारक बनकर उभरा है। बांग्लादेश की टीम के लिए यह खलनायक साबित हुआ तो भारत के लिए जीत का नायक। दरअसल मेहमान टीम का दसवां विकेट डीआरएस की वजह से ही गिरा। 101वें ओवर में अश्विन की तीसरी गेंद पर जब टीम इंडिया की ओर से तस्कीन अहमद के पगबाधा आउट की अपील की गई तो मैदान पर खड़े अंपायर ने तीसरे अंपायर को इशारा किया। तीसरे अंपायर का मानना था कि गेंद बल्ले से लगी है इसलिए बल्लेबाज आउट नहीं है। भारत के पास दो रीव्यू थे और कोहली कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाहते थे इसलिए उन्होंने फौरन डीआरएस लेने का फैसला किया और नतीजा भारत के हक में गया। इस पूरे मैच में भारत की ओर से ज्यादातर रीव्यू सही लिए गए जबकि बांग्लादेश ने कई मौके गंवाए। कहा जा सकता है कि विराट कोहली अब डीआरएस को लेकर कहीं अधिक परिपक्व हो गए हैं। इसका फायदा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में टीम इंडिया को मिलेगा। ये भी पढ़ें: भारत बनाम बांग्लादेश टेस्ट के पहले दिन की हाईलाइट्स
इस मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर दोहरा शतक जड़ने वाले कोहली को प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिया गया। इसी के साथ कोहली बतौर कप्तान तीन बार मैन ऑफ द मैच बनने वाले सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए। इस सूची में चार बार बतौर कप्तान मैन ऑफ द मैच खिताब लेकर कपिल देव और मोहम्मद अजहरूद्दीन पहले स्थान पर हैं। कोहली के सामने अब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की चुनौती है। इस बार भारत का पलड़ा ऑस्ट्रेलिया से भारी है।
This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
Strictly Necessary Cookie should be enabled at all times so that we can save your preferences for cookie settings.
If you disable this cookie, we will not be able to save your preferences. This means that every time you visit this website you will need to enable or disable cookies again.