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श्रीसंंत बीसीसीआई के खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर सकते हैं

पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज ने बोर्ड ने क्लब क्रिकेट खेलने की अनुमति देने की मांग की, इनकार पर मामले को ले जा सकते हैं न्यायालय।

user-circle cricketcountry.com Written by Gunjan Tripathi
Last Updated on - February 2, 2017 5:07 PM IST

शांताकुमारन श्रीसंत © PTI
शांताकुमारन श्रीसंत © PTI

भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी एस श्रीसंत एक बार फिर सुर्खियों में हैं। श्रीसंत जो 2007 और 2011 दोनों विश्वकप विजेता टीमों का हिस्सा थे फिक्सिंग के आरोपों के चलते क्रिकेट के मैदान से दूर हैं। बीसीसीआई ने उनपर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था जिसके बाद वह किसी भी प्रकार से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल सकते हैं। हाल ही में श्रीसंत ने फिर से क्रिकेट खेलने का मन बनाया था और स्कॉटिश क्रिकेट क्लब के साथ करार किया था लेकिन बीसीसीआई ने उन्हें इस अनुबंध से जुड़ने की अनुमति नहीं दी। ये भी पढ़ें: पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज श्रीसंत खेलेंगे क्लब क्रिकेट

2015 में श्रीसंत  में एक प्रतिष्ठित अखबार से बातचीत में उन्होंने  इस विवाद के बाद अपनी बदली स्थिति बताई थी। उन्होंने स्पॉट फिक्सिंग के मामले में जेल में बिताए समय के बारे में कहा, “12 दिनों के बाद मुझे तिहार जेल भेज दिया गया। मैं 450 अपराधियों के साथ एक कैदखाने में था। मैं 27 दिन तक जेल में रह, यह अनुभव भयानक था। उन लोगों ने हवाले और दाउद इबराहिम के बारे में भी कुछ कहा। वहां हमारे बीच भी बातें हुई। उन्होंने मेरी आवाज के नमूने का परीक्षण किया। हालांकि उन्हें मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला। मुझे 27वें दिन जमानत मिल गई।” घर वापस आने के बाद के घटनाक्रम पर श्रीसंत ने कहा, “मैं जब घर वापस आया तो काफी डरा हुआ था। मैं दो महीने तक सदमें में था। मेरे पिता के दिला का ऑपरेशन हुआ था और मां को भी डिप्रेशन की परेशानी थी। मेरे परिवार और दोस्त मुझ पर संदेह रखते थे और यह मामला खत्म होने के लिए मुझे दो साल इंतजार करना पड़ा।” ये भी पढ़ें: मैं तीसरे स्थान पर खुलकर बल्लेबाजी करता हूं: सुरेश रैना

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न्यायालय ने 2013 में उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया था लेकिन बीसीसीआई ने उनपर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। श्रीसंत फिर से क्रिकेट खेलना चाहते हैं और इसके लिए वह न्यायालय तक जाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, “अगर बोर्ड मुझे खेलने की इजाजत नहीं देता तो मैं इस मामले को न्यायालय ले जाउंगा। मुझे अब तक निलंबन का कोई पत्र या मेल नहीं मिला है।”