Gunjan Tripathi
गुंजन त्रिपाठी क्रिकेटकंट्री हिंदी की रिपोर्टर हैं
Written by Gunjan Tripathi
Last Published on - December 29, 2016 3:04 PM IST
भारतीय टीम के ने साल 2016 में कई यादगार मैच खेले और जीते हैं। साल की शुरूआत जहां ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज हार कर हुई थी वहीं अंत भारत ने इंग्लैंड को पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 4-0 से हराकर किया है। इस हार से जीत की ओर के सफर में भारतीय टीम की ओर से कई बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिले। इस साल टीम इंडिया में गजब का संतुलन देखने को मिला। भारतीय टीम ने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग सभी क्षेत्रों में पूरा योगदान दिया। हालांकि अक्सर ऐसा होता है कि बल्लेबाज के चौके छक्कों के आगे दर्शक गेंदबाज की मेहनत को भूर जातें हैं लेकिन इस साल ऐसा नहीं हुआ। कई मैचों में भारत की गेंदबाजी उसकी सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरी और घरेलू मैचों के साथ विदेशी जमीन पर भी भारत की जीत में महत्वपूर्ण सिद्ध हुई। आज हम यहां आपको साल 2016 में भारतीय गेंदबाजी के सबसे रोमांचक पलों के बारें में बताने जा रहे हैं। ये भी पढ़ें: विराट कोहली ने साल 2016 में बनाए अनगिनत कीर्तिमान
5- वेस्ट इंडीज दौरे पर भुवनेश्वर कुमार का पांच विकेट हॉल: भारत ने इस साल अगस्त में वेस्टइंडीज का दौरा किया था। जहां खेली चार मैचों की टेस्ट सीरीज भारत ने 2-0 से जीती थी। वेस्टइंडीज टीम आज भले ही टेस्ट के नजरिए से उतनी अच्छी नहीं है जितनी कि वह वनडे और टी20 फॉर्मेट में हैं लेकिन एक समय था जब कॉर्टनी वॉल्श, चार्ली ग्रिफेथ और इयॉन बिशप जैसे तेज गेंदबाजों के सामने बल्लेबाजों की एक न चलती थी। ऐसी टीम के सामने जब भारत के एक युवा तेज गेंदबाज ने उम्दा प्रदर्शन कर एक पारी मे पांच विकेट चटकाए तो भारत के लिए यह एक खास मैच बन गया। 9 अगस्त को डैरन सैमी स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट में मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदाबाजी का फैसला लिया। भारत की ओर से रविचंद्रन अश्विन और रिद्धिमान साहा ने शतक जड़े और 353 का विशाल स्कोर खड़ा किया। अब भारत की बारी थी गेंद से कमाल दिखाने की। भारत की ओर से बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन हुआ लेकिन सबसे आगे रहे भुवनेश्वर कुमार जिन्होंने केवल 33 रन देकर पांच विकेट लिए और वेस्टइंडीज के बल्लेबाजी क्रम को बिखेर कर रख दिया। इस स्पेल के बाद भुवी हरभजन सिंह, कपिल देव, ईशांत शर्मा और अनिल कुंबले जैसे गेंदबाजों के साथ वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे कामयाब भारतीय गेंदबाजों की सूची में शामिल हो गए। ये भी पढ़ें: ये हैं साल 2016 के शीर्ष 10 बेहतरीन वनडे गेंदबाज
4-मोहम्मद शमी का एलियेस्टर कुक का विकेट तोड़ना: इंग्लैंड के भारत दौरे के शुरू होने से पहले ही स्कोर टु सैटल नाम का प्रचार अभियान शुरू कर दिया गया। जिसका उद्देश्य था 2012 और 2014 में इंग्लैंड टीम के हाथों मिली हार का बदला लेना। इंग्लैंड टीम जब भारत आई तो टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज जीतकर उत्साह से भरी थी। कप्तान एलिस्टेयर कुक के साथ सभी का मानना था कि भारत की पिच स्पिन की मददगार होगी और उन्हेम अश्विन-जडेजा जैसे स्पिनर्स से बचना होगा लेकिन कुक को पता ही नहीं था कि यहां एक आश्चर्यजनक तोहफा उनका इंतजार कर रहा है। भारत बनाम इंग्लैंड दूसरे टेस्ट में भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कुक को इस तरह आउट किया कि यह विकेट इस साल भारत के सबसे बेहतरीन विकेटों में से एक बन गया। विशाखापत्तनम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में टॉस जीतकर भारत ने बल्लेबाजी का फैसला किया और 455 रन बनाए। वहीं पहली पारी में इंग्लैंड की ओर से बल्लेबाजी करने उतरे कुक केवल 2 रन बनाकर शमी का शिकार बने। शमी ने तीसरे ओवर की चौथी गेंद पर कुक का विकेट दो टुकड़ों में तोड़कर उन्हें बोल्ड किया। कुक को कुछ समय तक यकीन ही नहीं हुआ कि वह इस तरह से आउट हुए। वहीं भारतीय खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई। पहली खुशी तो इस बात की थी कि खतरनाक बल्लेबाज कुक को सस्ते में आउट कर पवेलियन भेजा वहीं शमी की कमाल गेंदबाजी भारतीय टीम के जश्न की दूसरी वजह थी। ये भी पढ़ें: साल 2016 में क्रिकेटरों द्वारा किए 10 सबसे खास ट्वीट
3-न्यूजीलैंड के खिलाफ अमित मिश्रा का पांच विकेट हॉल: भारत ने इस साल पहले अपने सभी मेहमानों की बहुत अच्छी खातिर की है। इंग्लैंड से पहले यह सौभाग्य न्यूजीलैंड को मिला, जिसने भारत दौरे पर पहले टेस्ट और फिर वनडे सीरीज भी गंवा दी। टेस्ट सीरीज में नदारद रहे अमित मिश्रा ने वनडे सीरीज में लाजवाब प्रदर्शन किया। टेस्ट सीरीज के बाद भारतीय टीम के सबसे बेहतरनी स्पिनर अश्विन-जडेजा को आराम देकर वनडे में अमित मिश्रा को मौका दिया गया और मिश्रा जी ने भी इस मौके को पूरी तरह भुनाया। वाइजैग में खेले गए पांचवे और आखिरी वनडे निर्णायक मैच था क्योंकि दोनों ही टीमें 2-2 मैच जीत चुकी थी और इस मैच से ही विजेता टीम का निर्णय होने वाला था। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 269 रनों का स्कोर बनाया। भारत की ओर से रोहित शर्मा ने सबसे अधिक 70 रन बनाए। वहीं 270 रनों का लक्ष्य लेकर मैदान पर उतरी कीवी टीम को अमित मिश्रा ने टिकने ही नहीं दिया। उमेश यादव और जसप्रीत बुमराह के शुरूआती विकेट लेने के बाद मिश्रा ने मोर्चा संभाला और एक छोर से पांच विकेट लेकर न्यूजीलैंड पारी को 79 रनों पर समेट दिया। मिश्रा का यह पांच विकेट हॉल वनडे के सबसे बेहतरीन स्पेल में से एक बन गया। उन्होंने 18 रन देकर पांच विकेट लिए साथ ही दो मेडन ओवर भी डाले। ये भी पढ़ें: साल 2016 की सबसे बेहतरीन पारियां
2-चेन्नई टेस्ट में रवींद्र जडेजा के सात विकेट: भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का पांचवा टेस्ट इंग्लैंड के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था। पहले तो केएल राहुल और करुण नायर ने शानदार बल्लेबाजी से मेहमान टीम के सामने 759 रनों का ऐसा स्कोर खड़ा कर दिया जिसे पार कर पाना नामुमकिन था। इंग्लैंड टीम ने किसी तरह पारी को संभाल कर मैच ड्रॉ की ओर से जाने की सोची तो सामने आ गए सर रवींद्र जडेजा। जडेजा ने चेन्नई टेस्ट में हरफनमौला प्रदर्शन किया। पहले तो उन्होंने अर्धशतक जड़ा, इसके बाद उम्दी फील्डिंग कर इंग्लैंड के लिए एक एक रन बनाना मुश्किल कर दिया और फिर जड्डू ने अपना सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया गेंद से। जडेजा ने चेन्नई की पिच पर सात विकेट लिए जहां स्पिन को किसी तरह की कोई मदद नहीं मिल रही थी। चेपॉक स्टेडियम की यह पिच पूरी तरह से बल्लेबाजों को समर्पित थी लेकिन फिर भी सर जडेजा ने शानदार गेंदबाजी कर न सिर्फ सात विकेट लिए बल्कि इंग्लैंड के कप्तान कुक को इस सीरीज में छठीं बार आउट कर एक नया रिकॉर्ड बनाया। ये भी पढ़ें: ये हैं साल 2016 के सबसे बेहतरीन बॉलिंग परफॉर्मेंस
1-भारत बनाम बांग्लादेश आईसीसी टी20 विश्वकप मैच का आखिरी ओवर: अगर आप किसी भी भारतीय फैन से साल 2016 का सबसे रोमांचक मैच के बारे में पूछेंगे तो जवाब यही होगा। इस साल मार्च में भारतीय जमीन पर आयोजित किया गया टी20 विश्वकप भारत भले ही हार गया हो लेकिन इस टूर्नामेंट में भारत का प्रदर्शन काबिले तारीफ था। वहीं इस साल का और इस टूर्नामेंट का सबसे रोमांचक मैच था भारत और बांग्लादेश के बीच खेला गया सुपर 10 ग्रुप 2 का मैच। इस मैच में भारत लगभग हार गया था लेकिन आखिरी ओवर में युवा गेंदबाज हार्दिक पंड्या ने भारत को एक रन से जीत दिला दी। भारत ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 146 रन बनाए थे। भारत की बल्लेबाजी कुछ खास अच्छी नहीं रही थी। वहीं रनों का पीछा करते हुए बांग्लादेश ने बढ़िया बल्लेबाजी की और मैच को जीत की ओर ले गई। आखिरी ओवर में जब जीत के लिए केवल 11 रन चाहिए था तब कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गेंद हार्दक पंड्या को थमाई जो पूरे मैच में फ्लॉप रहे थे। पंड्या के सामने बल्लेबाज थे महमद्दुल्ला और पहली ही गेंद पर उन्होंने डीप मिड विकेट पर शॉट खेला लेकिन जडेजा की फील्डिंग के कारण केवल एक ही रन मिला। अगली दोनों गेंदों पर मुश्फिकुर रहीम ने दो चौके जड़े और उन्होंने तो जीत का जश्न मनाना भी शुरू कर दिया। तीन गेंदो पर अब केवल दो रनों की जरूरत थी और भारत की जीत की कोई उम्मीद नहीं थी। ओवर की छठीं गेंद पर रहीम उत्साह में गलत शॉट खेलकर शिखर धवन को कैच थमा बैठे। इस विकेट में हार्दिक से ज्यादा रहीम का हाथ था। वहीं अगली गेंद पर नए बल्लेबाज आए महमद्दुल्ला। हार्दिक ने पांचवीं गेंद फुलटॉस रखी और जाल में फंस गए बल्लेबाज। बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में महमद्दुल्ला ने गेद को ऊंचा उठा दिया और जड्डू ने शानदार कैच पकड़ा। आखिरी गेंद पर दो रनों की जरूरत थी, अब मामला आर-पार का था। वहीं धोनी ने पहले से ही रणनीति तैयार कर ली थी। हार्दिक ने वाइड गेंद डाली और धोनी जो कि पहले से ही दस्ताने निकाल कर तैयार थे उन्होंने मुस्तफिजुर रहमान को रन आउट कर भारत को जीत दिलाई। यह आखिरी ओवर न केवल भारत और बांग्लादेश बल्कि सभी क्रिकेट फैन्स के लिए यादगार बन गया।
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